2008-06-25 15:51:06

18वां चीनी राष्ट्रीय पुस्तक मेला

18वां चीनी राष्ट्रीय पुस्तक मेला मध्य चीन के हनान प्रांत में समाप्त हुआ। वर्तमान पुस्तक मेले के दौरान देशव्यापी पुस्तक अध्ययन की विषयगत सिलसिलेवार गतिविधियों की संख्या एक सौ से भी अधिक रही। पाठकों ने रंगारंग सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद उठाया।

26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार का दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर 18वां चीनी राष्ट्रीय पुस्तक मेला मध्य चीन के हनान प्रांत की राजधानी चंग चो में उद्धाटित हुआ। करीब 2600 उपक्रमों ने विभिन्न प्रकारों के प्रकाशनों को लेकर पुस्तक मेले में भाग लिया। वर्तमान पुस्तक मेले की आयोजन कमेटी के उप प्रधान, चीनी राजकीय प्रेस व प्रकाशन महा ब्यूरो के प्रकाशन नियंत्रण विभाग के निदेशक श्री फान वे फिंग ने कहा कि वर्तमान पुस्तक मेले में प्रदर्शनी का पैमाना, उपस्थित उपक्रमों की संख्या और प्रकाशन का प्रकार पिछले सभी मेलों की तुलना में बड़ा है और अपने आप में एक नया रिकॉर्ड है। इस के अलावा वर्तमान पुस्तक मेले का नाम पहली बार राष्ट्रीय पुस्तक बाजार से राष्ट्रीय पुस्तक मेले में बदला गया है। श्री फान वे फिंग का विचार है कि वर्ष 1980 में आयोजित पहले राष्ट्रीय पुस्तक मेले से अब तक पुस्तक मेला तेजी से विकसित हो रहा है, जो चीन में प्रेस व प्रकाशन उद्योग के विकास के इतिहास का साक्षी है। उन्होंने कहाः

"नाम बदलने के बाद इसे प्रथम राष्ट्रीय पुस्तक मेला कहा जा सकता है। पिछले 28 सालों से पुस्तक मेले का पैमाना बढ़ता रहा है और इस की क्षमता दिन ब दिन समृद्ध हो रही है, पुस्तक मेले में सेवा के तरीके विविध हो रहे हैं और सामाजिक प्रभाव भी व्यापक हो रहा है। पहले पुस्तक मेले में मंडपों की संख्या 20 से कम होती थी, लेकिन अब 2300 से भी अधिक है। पहले प्रदर्शित पुस्तकों की संख्या 1330 के लगभग थीं, अब करीब 3 लाख है। पहले पुस्तक मेला सिर्फ पुस्तकों के आदान-प्रदान की गतिविधि होता था, अब न सिर्फ पुस्तकों की प्रदर्शनी, बल्कि सूचना का आदान-प्रदान, प्रकाशन उद्योग पर विचार-विमर्श और पढ़ने की रुचि का प्रवर्तन भी इस में शामिल है, इस प्रकार यह अब एक बड़ा सांस्कृतिक सम्मेलन बन गया है। कहा जा सकता है कि पुस्तक मेला चीन में प्रेस व प्रकाशन उद्योग के विकास के इतिहास का साक्षी है। पुस्तक मेला प्रकाशन उद्योग के लिए एक ऐसा महत्वपूर्ण मंच बन गया है, जहां पर सुधार की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाता है, विकास के अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाता है, देशव्यापी पुस्तक अध्ययन का प्रवर्तन किया जाता है और समाजवादी सांस्कृतिक निर्माण की सेवा की जाती है।"

पुस्तक मेले में भाग लेने वालीं विभिन्न प्रकाशन संस्थाओं का उद्देश्य है इस मंच के जरिए प्रकाशन उद्योग से संबंधित अन्य संस्थाओं तथा सभी पाठकों तक अपनी जानकारी पहुंचाना । अखिल चीन उद्योग व वाणिज्य संयुक्त प्रकाशनगृह ने 4 मंडपों में अपनी प्रदर्शनी लगाई। बाजार से संबंधित महा निरीक्षक श्री छाओ रोंग ने कहा कि उन्होंने पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इस पुस्तक मेले में भाग लिया है। श्री छाओ रोंग ने कहाः

"पिछले 15 सालों से हमारे प्रकाशनगृह का धीरे-धीरे विकास हो रहा है। यह पहली बार है कि हमने इतने बड़े पैमाने पर इस पुस्तक मेले में भाग लिया है। हमारी आशा है कि प्रकाशन उद्योग से संबंधित अन्य संस्थाओं को मालूम होगा कि अखिल चीन उद्योग व वाणिज्य संयुक्त प्रकाशनगृह लिमिटिड कम्पनी की स्थापना होगी। हमारी प्राथमिकता प्रबंधन विषयक प्रचलित पुस्तकों के प्रकाशन की है। इससे हमारा प्रभाव बढ़ेगा और पुस्तक बाजार में हम अपना स्थान बना पाएंगे।"

जन साहित्य प्रकाशनगृह चीन में एक प्रसिद्ध प्रकाशनगृह है। उस के द्वारा आयातित अमरीकी प्रसिद्ध कहानी हेरी पोटर लोकप्रिय पुस्तकों की नामसूचि में शामिल है। जन साहित्य प्रकाशनगृह के प्रकाशन विभाग के निदेशक श्री फेन खाई शोंग ने कहा कि पुस्तक मेला प्रकाशन उद्योग और पाठकों के बीच संपर्क का एक बेहतर मंच है। उन्होंने कहाः

"हमारी आशा है पुस्तक मेले में पुस्तकों की बिक्री व मांग के बजाए पाठकों के साथ बेहतर संपर्क किया जा सकेगा, क्योंकि पुस्तक मेला पाठकों के लिए एक कार्निवल के समान है। इस सुअवसर पर हम अपनी नई पुस्तकें यहां लाएंगे।"

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े। (ललिता)