2008-06-19 12:09:57

स्छ्वान भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में सांस्कृतिक अवशेषों का राहत व संरक्षण कार्य

12 मई को स्छ्वान प्रांत की वनछ्वान काउंटी में रियक्टर स्केल पर 8.0 तीव्रता वाला भूकंप आया, जिससे वहां के सांस्कृतिक अवशेषों को बड़ी क्षति पहुंची है। स्छ्वान प्रांत के सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो की उप नेता सुश्री वांग छ्योंग ने कहाः "सांस्कृतिक अवशेषों के लिए स्छ्वान भूकंप एक विपदा है। 128 राष्ट्रीय सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण इकाइयों में 79 को नुकसान पहुंचा है, जिसका अनुपात 62 प्रतिशत है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार प्रांतीय सांस्कृतिक अवशेषों में 30 प्रतिशत, यानी 169 क्षतिग्रस्त हुए हैं। शहर व काउंटी स्तरीय सांस्कृतिक अवशेषों को हुए नुकसान की स्थिति की जांच अभी भी चल रही है। इस के अलावा संग्रहालय में सुरक्षित सांस्कृतिक अवशेषों का भी बड़ा नुकसान हुआ है। उदाहरण के लिए पेइछ्वान काउंटी में सांस्कृतिक अवशेष का भंडार मकानों के मलबे के नीचे दब गया। इसलिए सांस्कृतिक अवशेषों की स्थिति गंभीर है।"

दक्षिण-पश्चिम चीन का स्छ्वान प्रांत बहुत सुन्दर है। स्थानीय संस्कृति चीन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान पर है। विश्व प्रसिद्ध कवि ली पाए और साहित्यकार सू शी आदि सब स्छ्वान वासी थे। वर्तमान भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में बहुत से महत्वपूर्ण सांस्कृतिक व ऐतिहासिक अवशेष स्थित हैं, जिनमें सबसे मशहूर है विश्व संपदा तू च्यांग येन बांध। दो हजार वर्षों से भी अधिक समय के इतिहास वाली यह सिंचाई परियोजना अभी तक बाढ़ की रोकथाम व सिंचाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। खुशी की बात है कि वर्तमान भूकंप में तू च्यांग येन बांध को सिर्फ थोड़ी क्षति पहुंची है। लेकिन तू च्यांग येन में ही एक जगह पर स्थित विश्व संपदा ताओ धर्म के प्रसिद्ध पहाड़ छिंग छंग शान पर प्राचीन विशाल भवन गंभीर रूप से नष्ट हो गया है। भवन का अधिकांश भाग क्षति ग्रस्त हो गया है और कुछ भाग पूरी तरह ढह गया है।

स्छ्वान में सांस्कृतिक अवशेष राहत काम को चीनी राजकीय सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो और भरे देश के सांस्कृतिक अवशेष विभागों का समर्थन मिला है। भूकंप के बाद चीनी राजकीय सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो ने जल्द ही भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में अवशेषों के राहत कार्य, संरक्षण व स्थानांतरण के लिए विशेषज्ञ दल भेजा और भूकंप से पैदा होने वाले विपत्ति की स्थिति का आकलन किया।

वर्तमान भूकंप में नए संग्रहालयों की कम क्षति हुई है। सेन सिंग त्वे अवशेष संग्रहालय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अब सेन सिंग त्वे अवशेष संग्रहालय में अन्य स्थानों से स्थानांतरित किए जा रहे अवशेषों को ला कर इन के संरक्षण का काम हो रहा है और प्राकृतिक विपदा की रोकथाम के बारे में फौरी प्रस्ताव भी बनाया गया है। सेन सिंग त्वे अवशेष संग्रहालय के उप प्रधान श्री चांग य्वे ह्वी ने कहाः

"सेन सिंग त्वे अवशेष का संरक्षण करने के समय हमने सारे छंगतु मैदानी क्षेत्र की भू-स्थिति, विशेषकर भूकंप के बारे में विस्तृत जांच की थी। छंगतु मैदानी क्षेत्र में इतिहास में दर्ज भूकंपों की तीव्रता वर्तमान भूकंप से कम है। सांस्कृतिक अवशेषों को अच्छी तरह सुरक्षित करने के लिए हम एक केन्द्रीय भंडार स्थापित करेंगे। यह परियोजना शुरू हो गई है।"

आकस्मिक प्राकृतिक विपदा का कैसे मुकाबला किया जाए, यह विषय सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण काम का नया विषय बन चुका है। स्छ्वान प्रांत के सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो की उप प्रधान सुश्री वांग छ्योंग ने कहाः

"वर्तमान भूकंप से हमें सीखना चाहिए। पहला, संग्रहालय में सुरक्षित अवशेषों के संरक्षण में पहले हम सिर्फ स्थाई तापमान और गीलेपन पर ध्यान देते थे, भूकंप जैसी प्राकृतिक विपदा पर नहीं। दूसरा, भूकंप के बाद जमीन पर अवशेषों के पुनर्निर्माण में प्रतिचित्रण सामग्री का बड़ा महत्व है। हमने बहुत से अवशेषों का प्रतिचित्रण किया था। पुनर्निर्माण में ये प्रतिचित्र मददगार भूमिका निभाएंगे। और तीसरा, पुनर्निर्माण में अवशेष भंडार के वैज्ञानिक निर्माण व आकलन, भू-स्थिति और निर्माण की जगह पर भी पूरी तरह विचार किया जाएगा।"

सूत्रों के अनुसार अब तक चीनी राजकीय सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो की अध्यक्षता में बनाया गया स्छ्वान भूकंप में सांस्कृतिक अवशेष राहत व संरक्षण कार्यक्रम आम तौर पर समाप्त हो गया है और भूकंप अवशेष संग्रहालय की स्थापना के काम के बारे में विचार-विमर्श शुरू हुआ है। चीनी राजकीय सांस्कृतिक अवशेष ब्यूरो के प्रधान श्री शान ची शांग ने कहा कि भावी 3 से 5 साल के अंदर भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों में नुकसान झेलने वाले सभी सांस्कृतिक अवशेषों की मरम्मत व पुनर्निर्माण का काम पूरा हो जाएगा। (ललिता)