एरामेट ग्रुप के मुख्यालय ने मुझे चीन में भेजा है। सन् 2004 में कारोबार ने इस कार्यक्रम को निश्चित किया। मैं इस कारखाने को स्थापित करने के तैयार कार्य को संभालने के लिए यहां आया । मैं सन् 2004 में चीन पहुंचा।
श्री जोहन कारेट्ट ने कहा कि पहले उन्हें चीन में जीवन बिताने में बहुत मश्किलें आती थीं।
चीनी भाषा मेरी पहली बाधा है। मुझे चीनी भाषा नहीं आती। सौभाग्य है कि यहां के व्यक्ति अनुवाद कर सकते हैं। मेरी मातृभाषा फ्रांसीसी है अंग्रेजी नहीं है। लेकिन यहां आकर मुझे अंग्रेजी का इस्तेमाल करना पड़ता है। खाद्य पदार्थ की समस्या में चीनी खाना पश्चिम से अलग है। चापस्टिक का इस्तेमाल करना भी बहुत कठिन है।
दो सालों की तैयारी करने के बाद सन् 2007 की अप्रैल में यह कारखाना चलने लगा। इस कारखाने में 200 मजदूर हैं। जिन में लगभग 3 करोड़ अमरीकी डॉलर का पूंजी निवेश किया गया है। इस के बाद श्री जोह्न ज्यादा व्यस्त हैं। वे हर दिन कारखाने में रात के 8 व 9 बजे तक काम करते हैं। उन्होंने कहा कि चीन तेजी से विकास कर रहा है। उन्हें इस मौके पर ज्यादा कोशिश से काम करना पड़ता है।
मेरे विचार में चीन के विकास का भविष्य उज्ज्वल है। चीनी लोग काम करने के लिए कोशिश करते हैं। यूरोप में हमारे देशों की अर्थ विकास दर सिर्फ 2 प्रतिशत है। लेकिन चीन अपने अर्थ की विकास दर को 10 प्रतिशत के नीचे नियंत्रित करना चाहता है। इन सालों में चीन के अर्थ की विकास दर 8 प्रतिशत से अधिक है। चीन के अर्थ का तेजी से विकास हो रहा है।
श्री जोह्न ने बहुत से चीनी लोगों को अपना दोस्त बनाया है। उन्हें चीन की संस्कृति में दिलचस्पी है।
काम करने के साथ-साथ बहुत से लोग मेरे दोस्त बन गए। हम एक साथ काम करते हैं और आदान-प्रदान करते हैं। लेकिन विभिन्न सभ्यता होने के कारण कुछ विभिन्नताएं भी हैं।
इन 3 सालों में श्री जोह्न चीन के बहुत शहरों में गए हैं। वे चीन की राजधानी पेइचिंग, अर्थ व वित्त केंद्र शांगहाई, पश्चिमी पुराने शहर शि आन, उत्तरी उद्योग शहर थैय्वान, टा टूंग और समुद्र तटीय शहर टाई ल्यान, छिन ताओ गए हैं। इन शहरों के बारे में उन्होंने कहा कि मेरे विचार में नान निंग एक बहुत अच्छा हराभरा शहर है। टाई ल्यान और छिन टाउ भी बहुत सुंदर है। पेइचिंग में सभ्यता का वातावरण अच्छा है और शांगहाई का अर्थ सब से विकसित है।
चीन की यात्रा करते समय श्री जोह्न ने विभिन्न शहरों की स्थिति देखी। वे चीन के विकास और विभिन्न क्षेत्रीय सरकारों की नीति से प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि चीन की जानकारी प्राप्त करने के लिए चीन में रहना जरुरी है। जब आप चीन में रहते हैं तो आप को यह पता लगता है कि चीन तेजी से विकास कर रहा है। उदाहरण के लिए आज का छोंग ज्यो शहर दो साल पहले बिलकुल अलग था। उस का तेजी से विकास हुआ है।
उन्होंने कहा कि चीनी लोगों ने बहुत कोशिश की है। इसलिए चीन ने इतनी तेजी से विकास किया है। उन्होंने चीन की खोलने की नीति की प्रशंसा भी की।
खोलने की नीति एक बहुत अच्छी नीति है। चीन और पश्चिमी देशों के लिए यह एक अच्छी बात है इस से चीन के विकास को लाभ मिला है। चीन के किसी भी शहर में पूंजी निवेश करने के लिए बहुत सुविधा है।
चीन में आने के बाद श्री जोह्न अपने परिजनों को भी चीन लाए। वे शांगहाई में रहते हैं। श्री जोह्न ने कहा कि उन के परिजन भी चीन को पसंद करते हैं। वे उन के कार्य का समर्थन करते हैं।
चीन में रहने से श्री जोह्न के खाने की आदतें भी बदल गयीं। अब पेइचिंग की बतख उन्हें सब से अच्छी लगती है। वे अक्सर छोंग ज्यो के स्थानीय भोजनालय में भी जाते हैं।
उन्होंने कहा कि उन की सब से बड़ी आशा है कि उन के कारखाने का बेरोकटोक विकास हो सकेगा। इन्ट्रव्यु समाप्त करते समय उन्होंने संवाददाता से चीनी भाषा में यह कहा।
मुझे चीन पसंद है। मुझे छोंग ज्यो पसंद है।