2008-05-29 10:34:43

चीन जैविक रोगों की रोकथाम को सुदृढ़ कर ओलम्पिक के दौरान सार्वजनिक स्वास्थय सुरक्षा सुनिश्चत करेगी

2008 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक के दौरान, मच्छर, मक्खी, कोकरोच व चूहे आदि कीड़ों से उत्पन्न प्रत्यक्ष व अप्रत्य़क्ष मानव जैविक रोगों की गतिविधियों का परम काल रहता है। ओलम्पिक के दौरान इन जैविक रोगों के खतरों के प्रभाव से बचने के लिए व इन से उत्पन्न रोगों व उनके फैलाव को न्यूनतम स्तर तक कम करने के लिए चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक विस्तृत प्रस्ताव निर्धारित किया है और सर्वोतोमुखी तैयारी कार्य निश्चित किया है।

गर्मियों के मौसम में मच्छर, मक्खी, कोकरोच व जूहीं जैसे जीवों का सबसे प्रफुल्लित काल होता है, वे महामारी, तेंदु आदि संक्रामण रोगों के माध्यम रहें हैं, इस के साथ, उक्त जीवों द्वारा मानव के शरीर को काटने से कुछ हद तक खिलाड़ियों की मैच व आराम पर असर पड़ता है। इस लिए ओलम्पिक आयोजन शहरों को इन जैविक रोगों के माध्यम को कारगर रूप से नियंत्रण में रखने की क्षमता को दर्शाना ,इस शहर के ओलम्पिक आयोजन की संभावना पर प्रभाव डालता है। चीनी स्वास्थय मंत्रालय के रोग नियंत्रण ब्यूरो के निदेशक छी श्याओ छियो ने कहा ओलम्पिक के आयोजन के दौरान, बड़ी संख्या में खिलाड़ी, कोच व पत्रकार तथा 6 लाख सीमापार पर्यटन चीन में आएगें, इस के साथ देश के पर्यटकों की संख्या 11 लाख तक पहुंच सकती है , इस ने चीनी सार्वजनिक स्वास्थय की सुनिश्चत कार्य पर भारी दबाव डाला है। अन्ततः इन जैविक रोगों का रोकथाम कार्य, विशेषकर इन रोगों के नियंत्रण की क्षमता व तकनीकी स्तर, ओलम्पिक की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

पेइचिंग ओलम्पिक का आयोजन शहर होने के नाते ,बहुत पहले से ही पेइचिंग ने इस से संबंधित तैयारियां करना शुरू कर दिया हैं । 2005 से पेइचिंग स्वास्थ्य संस्था ने सर्वोतोमुखी व सुव्यवस्थित रूप से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यवसायों व स्थलों की निगरानी करना शुरू कर दिया है, विशेषकर ओलम्पिक स्टेडियमों व उसके आसपास इलाकों में जैविक रोगों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी है और मूल्यवान प्रथम डेटा हासिल किया है। इस के आधार पर पेइचिंग ने सिडनी व ऐथंस ओलम्पिक के दौरान जैविक रोगों के निंयत्रण की सफल कार्यवाहियों व अनुभवों को निचोड़ कर स्वस्थ्य ओलम्पिक के दौरान उत्पन्न जैविक रोगों के नियंत्रण कार्यवाही योजना निर्धारित कर ली है। पेइचिंग रोग नियंत्रण व रोकथाम केन्द्र के वरिष्ठ चिकित्सक चंग श्याओ फंग ने जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत पूरे शहर के पैमाने में ओलम्पिक के दौरान जैविक रोग नियंत्रण कार्य संगठन जाल व कार्य दल की स्थापना कर ली गयी है। उन्होने कहा इस कार्यवाही योजना का तीन मुख्य लक्ष्य है, पहला लक्ष्य, पूरे शहर के जैविक रोगों की घनिष्ठता को कम करना, दूसरा, इन जैविक रोगों के संक्रामण माध्यमों के खतरों को न्यून्तम स्तर तक ले जाना , तीसरा, ओलम्पिक स्टेडियमों , ओलम्पिक गांव जैसे कुछ ओलम्पिक से संबंधित क्षेत्रों में रोग नियंत्रण की मापदंड़ राष्ट्रीय मापदंड से उंचा बनाए रखना। वर्तमान इन कार्यवाहियों को अमल में लाने की स्थिति को देखें तो अधिकतर लक्ष्यों को आम तौर पर पूरा कर लिया गया है।

श्री चंग श्याओ फंग ने जानकारी देते हुए कहा कि पेइचिंग ओलम्पिक के दौरान , इन जैविक रोगों के नियंत्रण कार्य में किसी तरह की बाधा न आने को सुनिश्चत करने के लिए, स्वास्थय विभागों व संस्थाओ ने अपनी पूरी शक्ति अर्पित की है। मिसाल के लिए, गर्मी के मौसम में पेइचिंग के मुख्य जैविक रोगों के किस्मों व उनके संभावित संक्रामण की हालात का पता लगाने के लिए, पेइचिंग स्वास्थय संस्थाओ ने 31 ओलम्पिक स्टेडियमों में इन रोगों के उत्पन्न होने की स्थिति का निरीक्षण व जांच किया है। इस के अलावा, कीट नाशक दवाओं व महामारी दवा तथा रोकथाम यंत्रो की कारगर क्षमता व उनकी सुरक्षा को सुनिश्चता प्रदान करने के लिए, स्वास्थय विभागों ने 13 उद्योगों से 30 से अधिक किस्मों के उत्पादों को खरीद कर करीब 20 बार मौजूदा स्थलों में इन का व्यवहारिक परीक्षण भी किया है और इस परीक्षण के आधार पर सुरक्षित, पर्यावरण संरक्षित व कारगर क्षमता वाले उत्पादों को चुना है, और पूरे शहर में एक ही समय में दवाओं के प्रयोग करने का कड़ा नियम तय किया है, ताकि इन रोगों के उत्पन्न होने की हर संभावना को उभरने से पहले ही खतम कर दिया जाए।

पेइचिंग ओलम्पिक के दिनोंदिन नजदीक आने के चलते, वर्तमान पेइचिंग स्वास्थ्य संस्थाओ ने पूरे शहर की स्वास्थय व्यवस्था पर तनमन से काम करना शुरू कर दिया है, ताकि किसी तरह के जैविक रोगों के नियंत्रण कार्य को अच्छी तरह से निभाया जा सके। इस साल की मई, जून व जुलाई को पेइचिंग स्वास्थय संस्था ओलम्पिक स्टेडियमों , प्रशिक्षण स्टेडियमों , ओलम्पिक होटलों व ओलम्पिक अस्पतालों के आसपास दो किलोमीटर के पैमाने में कीट नाशक व विषाणु नष्ट दवाओं के छिड़कने के दौर में संयुक्त कदम उठाएगें।

इस के साथ पेइचिंग स्वास्थ्य संस्था पूरे शहर के पैमाने में हानिकारक कीड़ों को नष्ट करने का अभियान भी चलाएगा और पूरे शहरनिवासियों को बुलन्द कर विशेषकर ओलम्पिक स्टेडियमों के आसपास क्षेत्रों, पूरे शहर के बगीचों, रिहायशी सोसाइटियों, नालियों व तालाबों आदि आसानी से पानी रूकने वाले स्थालों व कूड़ा कर्कट की सफाईयों में हाथ बटाने का आवहन भी करेगा। पेइचिंग स्वास्थ्य संस्था के अधिकारी सुन श्येन ली ने कहा इस साल ओलम्पिक के दौरान जैविक रोगों पर नियंत्रण करना व व्यापक जनता के बीच इस से संबंध प्रसार करना है, ताकि जनता जैविक रोगों की रोकथाम गतिविधियों में सक्रियता से भाग ले सकें और ओलम्पिक के सफल आयोजन के लिए जनता के समर्थन की पक्की सुनिश्चता मिल सके।

पेइचिंग के अलावा, ओलम्पिक सेलिंग बोट मैच का मेजबान शहर छिंगताओ व फुटबाल मैच के आयोजन शहर सनयांग आदि पांच शहरों ने भी संबंधित इन्तेजाम को बखूबी अंजाम दिया है, अब तक उन्हे भी इस क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की हैं। क्वांगचओ व सनचन आदि चीन के मुख्य 33 शहरों के पर्यटन स्थलों ने भी इन गतिविधियों में भाग लिया है, ताकि ओलम्पिक के आयोजन के लिए के साफ सुथरा, सुन्दर , बेहतरीन व आन्नदमय पर्यावरण तैयार कर ओलम्पिक खिलाड़ियों, शिक्षकों तथा देश विदेश के पर्यटकों के लिए एक स्वस्थपूर्ण वातावरण की सुनिश्चता प्रदान की जा सके।