"हम चाहते हैं कि वर्ष 2008 की ऑलंपिक सरकारी फिल्म में विभिन्न देशों, विभिन्न क्षेत्रों, विभिन्न रंगों और विभिन्न जातियों के खिलाड़ियों का चुनाव किया जाए, जिन्हें छः खेपों में विभाजित किया जाएगा। इन छः खेपों के खिलाड़ी विश्व की विभिन्न सभ्यताओं का प्रतिनिधि करेंगे। सर्वप्रथम वे पेइचिंग ऑलंपिक में ज़रूर भाग लेंगे। और दूसरे विजयताओं की कहानी के अलावा, भरसक कोशिशों के जरिए खिलाड़ियों के अपने सपने साकार करने की उन की कहानियां भी हैं।"
पिछली सभी 21 ऑलंपिक सरकारी फिल्मों में बहुत सी फिल्में शास्त्रीय हैं। उन में विशेष कला दृष्टि से फिल्म के माध्यम से ऑलंपिक खेल समारोह के दौरान प्रभावशाली दृश्यों की रिकोर्डिंग की गई है और दुनिया में ऑलंपिक भावना का प्रचार किया गया है। वर्ष 1984 ऑलंपिक सरकारी फिल्म बनाने के इतिहास में एक विभाजन रेखा है। टी. वी. प्रसारण शुरू होने से ऑलंपिक सरकारी फिल्म बनाने के लिए नई मांग प्रस्तुत की गई। क्योंकि ऑलंपिक खेल समारोह के दौरान टी. वी. प्रसारण के जरिए दर्शक सभी खेल पूरी तरह उसी समय देख सकते हैं, जबकि ऑलंपिक सरकारी फिल्म ऑलंपिक के बाद दर्शकों के सामने पेश की जाती है। इसलिए ऑलंपिक सरकारी फिल्म में खेलों के बजाए जीवंत कहानियां और प्रभावशाली फिल्मी भाषा से दर्शकों को प्रभावित करने की ज़रूरत है, जिसकी विशेषता है सजीवता, संस्कृति और प्रभाव। ऑलंपिक सरकारी फिल्म की कुल लम्बाई सिर्फ 2 घंटे है। इन 2 घंटों में सबसे अच्छे प्रभावकारी दृश्यों को दिखाया जाना चाहिए।
पिछली ऑलंपिक सरकारी फिल्में ज्यादातर खेलों पर केंद्रित हैं, लेकिन पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म के चित्र उतारने का काम ऑलंपिक के उद्धाटन से पहले शुरू हुआ। निर्देशक सुश्री कू च्वून ने कहा कि 12 मार्च से विश्व में चित्र उतारने का काम शुरू हुआ। 24 मार्च को ऑलंपिक मशाल की पवित्र अग्नि प्रज्वलित किए जाने के एक ही समय पर 10 दलों के फिल्मनिर्माताओं ने अमरीका, जर्मनी, इटली, स्वीडन, ईरान, जमाएका, ब्राजिल, इथियोपिया, एथेन्स और पेइचिंग में फिल्म उतारनी शुरू की और उसी समय 10 देशों के खिलाड़ियों के सच्चे जीवन की रिकोर्डिंग की। अब चित्र उतारने का काम सुचारू रूप से समाप्त हो गया है।
पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म के निर्माता दल फिल्म बनाने के प्रति आश्वस्त हैं और फिल्म बनाने का उन का विचार भी स्पष्ट है। पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म के प्रमुख फिल्मकार श्री वांग चिंग ने कहाः
"वर्तमान ऑलंपिक सरकारी फिल्म का विषय है सामंजस्य। सामंजस्य विभिन्न वस्तुओं के बीच सहनशीलता है और ऑलंपिक भावना सहनशीलता की ही है।"
पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म का मुख्य भाग ऑलंपिक खेल समारोह के आयोजन के 16 दिनों पर केंद्रित होगा। अनुमान है कि वर्ष 2008 के अंत में दर्शक पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म देख सकेंगे। पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म में ऑलंपिक की चतुर्मुखी व सच्ची रिकोर्डिंग की जाएगी, ऑलंपिक भावना का प्रचार किया जाएगा और पेइचिंग ऑलंपिक की विशेष संस्कृति भी दिखाई जाएगी। "एक दुनिया, एक सपना" यह पेइचिंग ऑलंपिक का प्रमुख नारा है और पेइचिंग ऑलंपिक सरकारी फिल्म बनाने की विचारधारा भी है। (ललिता)