2008-05-22 14:40:34

भूकंप विपत्ति विरोधी संघर्ष में चीन की असली पहलु प्रकट

12 मई को चीन के सछवान प्रांत के विन्छवान में भयंकर भूकंप आया , इस विनाशकारी प्राकृतिक विपत्ति के मुकाबले में चीन ने तेज गति के साथ सशक्त और प्रभावकारी बचाव व राहत कार्यवाही शुरू की , जिस का अन्तरराष्ट्रीय समाज ने उच्च मूल्यांकन किया और दुनिया के सामने चीन की यह असली पहलु दिखाई दीः चीन के पास एक कार्यकुशल और कर्तव्यपरायण सरकार है , एक खुला और पारदर्शी समाज है और चीनी जनता प्यार से भरिपूर्ण एकता के सूत्र में बंधी हुई है । यह असली पहलु विपत्ति की घड़ी में स्वाभावित रूप से सामने आयी है ।

विन्छान में विनाशकारी भूकंप आने के चंद घंटों के बाद ही चीनी प्रधान मंत्री वन चापाओ भूकंप ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे , इस के साथ चीन के नागरिक मामला , यातायात , चिकित्सा , सार्वजनिक सुरक्षा तथा दूर संचार विभागों ने तुरंत हरकत में आकर आपात निपटारा व्यवस्था आरंभ की , जो अभूतपूर्व तेज गति , बड़े पैमाने और शक्तिशाली रूप में हुई है। अमरीकी अखबार लॉस एजेंल्स टाइम्स के पेइचिंग स्थित संवाददाता सुश्री बार्बरा डेमिक ने अपनी रिपोर्ट में प्रशंसा करते हुए कहा कि चीन सरकार ने भूकंप विपत्ति से निपटने में जो वेग प्रतिक्रिया की है , उस से लोगों को एक नए रूप के चीन तथा एक दयालु व कार्यकुशल चीन होने का अनुभव हुआ है ।

चीन ने विन्छान भूकंप के दौरान जो सूचना सार्वजनिक करने का तरीका अपनाया , उस का भी देश विदेश ने अच्छा मूल्यांकन किया है। चीन ने भूकंप के बाद दस मिनट के अन्दर ही भूकंप आने की खबर जारी की और चीनी मीडिया ने समय रहते ही भूकंप के बारे में खबरें प्रसारित करना शुरू किया । चीनी राष्ट्रीय टीवी और कुछ स्थानीय टीवी ने अपना सामान्य कार्यक्रम को बीच में बन्द कर पूरे दिन भूकंप विपत्ति से निपटने के बचाव व राहत कार्यवाहियों और घटनास्थलों की स्थिति के बारे में रिपोर्टें दी । बीबीसी की रिपोर्टों में इस पर समीक्षा करते हुए कहा गया है कि चीनी मीडिया ने सरकार के नेतृत्व में चल रहे बचाव व राहत कार्य के बारे में रिपोर्ट देने के साथ साथ भूकंप के मृतकों और घायलों की संख्या , बचाव व राहत कार्य की गति , निहित खतरे तथा चतुर्मुखी सहायता की हर पहलुओं की विस्तृत खबरें दीं । ब्रिटिश अखबार फाइनांसिएल टाइम्स ने कहा कि चीन सरकार ने सछ्वान प्रांत के विन्छान में आए भूकंप पर जो तीव्र प्रतिक्रिया की है , वह सराहनीय है । उन्हों ने भूकंप से हुई गंभीर क्षति पर पर्दा डालने की जरा भी कोशिश नहीं की ।

सछ्वान भूकंप से निपटने में चीनी गैरसरकारी शक्तियों ने सक्रियता दिखायी । 21 मई तक पूरे समाज ने चंदा स्वरूप 14 अरब य्वान से ज्यादा धनराशि प्रदान की , यह रकम भी अभूतपूर्व है । बड़ी संख्या में स्वयंसेवक चारों ओर भूकंप ग्रस्त क्षेत्रों की ओर दौड़े । सिन्गापुर के अखबार ल्यानहछाओपो ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि विन्छान भूकंप ने चीनियों के हृदय को स्तंभित कर दिया ,साथ ही भूकंप के कारण पूरे चीनी लोगों की देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता जाहिर हुई । कुछ विदेशी मीडिया ने कहा कि भूकंप विपत्ति के मुकाबले में चीनियों की नागरिकता भावना और उन्नत हो गयी , समूचा समाज एकता के सूत्र में बंध गया।

लेकिन कुछ विदेशी मीडिया ने भूकंप विपत्ति विरोधी संघर्ष में चीन की तेज और सक्रिय कार्यवाही को पेइचिंग ओलिंपिक से पहले चीन का एक दिखावा बताया और कुछ लोकमतों ने चीन की सक्रियता पर आश्चर्य दिखाते हुए अविश्वसनीय और अप्रत्याशित करार किया । दरअसल , चीन का ऐसा रूख किसी एक दिन से संपन्न नहीं हुआ है । भूकंप से बचाव व राहत कार्यवाही में चीन ने जो तेज गति , शक्ति , कार्यकुशलता , हिम्मत और विश्वास जाहिर किए है , वह किसी एक दिन में संपन्न नहीं हुआ है । वास्तव में वह चीन के असली परिवर्तनों का एक झलक है । चीन सरकार हो , या गैरसरकारी क्षेत्र हो , जिन्हों ने जो असाधारण बेहतर रूख दिखाया है , वह व्यापक व गहरे कानूनी व सामाजिक आधार और जनता की इच्छा शक्ति से प्रेरित है । वह चीन के आर्थिक व सामाजिक विकास की स्वाभाविक परिणाम है ।

1978 के बाद चीन में खुलेपन और सुधार की नीति लागू होने से देश के आर्थिक , सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में भारी परिवर्तन आए। आम तौर पर विदेशियों की नजर में मात्र आर्थिक विकास की पहलु आयी । विदेशी मीडिया ने चीन में आर्थिक विकास के साथ साथ पैदा प्रदूषण , संसाधनों की तंगी स्थिति , महंगाई तथा अधिकारियों के भ्रष्टाचार तथा मानवाधिकार की समस्या पर ध्यान दिया ।

किन्तु वे इस तथ्य से विमुख हुए है कि आर्थिक शक्ति के बढ़ने के साथ साथ चीन के सामाजिक वातावरण , राजनीतिक व्यवस्था , जनजीवन और वैचारिक विकास में भी भारी परिवर्तन आये हैं । चीन अब कुछ लोगों की कल्पना से कहीं अधिक खुला , पारदर्शी और कार्यकुशल है , चीन सरकार बाह्य दुनिया की मान्यता से कहीं अधिक सहिष्णु, उत्साहपूर्ण और सक्रिय रही है । चीन में मानवाधिकार की कहीं अधिक अच्छी रक्षा की गयी है । ये सब इस भूकंप से निपटने के कार्य में दुनिया के सामने प्रकट हो गये हैं ।

यदि आप सचमुच चीन को समझना चाहते हों , यदि आप वस्तुनिष्ठ दृष्टिकोण से चीन देखते हों , यदि आप अधिक चीनियों से संपर्क करते हों , तो आप चीन की असलियत को और साफ साफ पहचान सकेंगे ।