चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ ने 10 मई को जापान की राजकीय यात्रा समाप्त की, विदेशी मीडिया का ध्यान इस य़ात्रा पर केंद्रित रूप से गया हुआ है।
एसाही सिनबुन ने 11 मई को टिप्पणी जारी कर कहा कि जापान यात्रा के दौरान श्री हू चिन थाओ ने चीन-जापान रणनीतिक व आसपी रियायती संबंध पर बल दिया, इस से जाहिर है कि वे जापान के साथ साझेदार संबंध की स्थापना करते रहेंगे। युमिउरी सिनबुन ने रिपोर्ट देते हुए कहा कि नारा की यात्रा के दौरान श्री हू चिन थाओ ने दोनों के बीच पुरानी सांस्कृतिक आवाजाही के इतिहास पर बल दिया और दोनों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध को नयी बुलंदी पर बढ़ाने की कोशिश की।
इस के साथ ही ब्रिटिश बी बी सी आदि पश्चिमी मीडिया ने चीन व जापान द्वारा हस्तक्षारित चौतरफा रूप से रणनीतिक व आपसी रियायती संबंध बढ़ाने के बारे में चीन जापान संयुक्त वक्तव्य को मील का पत्थर माना है।
आस्ट्रेलियाई ए बी सी के विचार में एशिया में चीन व जापान ये दोनों सब से बड़े आर्थिक समुदाय द्विपक्षीय संबंध सुधार कर रहे हैं। द आस्ट्रलियायी में जारी लेख में कहा गया कि चीन व जापान द्वारा हस्ताक्षरित चोथा राजनीतिक दस्तावेज दोनों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने का प्रतिक है।(रूपा)