चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने आठ तारीख को निवास होटल में भूतपूर्व जापानी प्रधान मंत्री यासुहिरो नाकासोने, टोशिकी केईफू, योशिरो मोरी और शिनजो एबे के साथ नाश्ता किया और उन के साथ सदिच्छापूर्ण व मैत्रीपूर्ण बातचीत की।
श्री हू चिन थाओ ने बताया कि चीन व जापान दोनों पक्षों के लिए चीन व जापान का संबंध सब से महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। हाल में आर्थिक भूमंडलीकरण के गहन रूप से विकसित होने के साथ-साथ, एशिया में आर्थिक एकीकरण तेजी से आगे विकसित किया जा रहा है। क्षेत्रीय व दुनिया के महत्वपूर्ण देश होने के नाते, चीन व जापान के सामने मौजूद समान विषय व कर्त्तव्य बढ़ रहा है और समान कल्याण व विकास का दायरा भी विस्तृत हो रहा है। दोनों देशों के संबंध द्विपक्षीय संबंधों के दायरे को पार कर गए हैं, जिस का ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रीय व पृथ्वीव्यापी प्रभाव है। इसलिए, दोनों पक्षों को रणनीतिक ऊंचाई और दीर्घकालीन दृष्टिकोण से चीन-जापान संबंध के भविष्य पर संजीदगी से विचार-विमर्श करना चाहिए। चीन जापान के साथ उभय प्रयास करके रणनीतिक आपसी विश्वास को मजबूत करेगा, आपसी लाभ व सहयोग को गहरा करेगा, सांस्कृतिक आदान प्रदान का विस्तार करेगा, एशिया के पुनरुत्थान को आगे विकसित करेगा , दुनिया की चुनौती का सामना करेगा और चीन व जापान के रणनीतिक आपसी उदारता वाले संबंधों को आगे बढ़ाऐगा।
चार जापानी भूतपूर्व प्रधान मंत्रियों ने शुभकामना दी कि पेइचिंग ऑलंपियाड सफल होगा। (श्याओयांग)