जापान की यात्रा कर रहे चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिनथाओ ने जापानी प्रधान मंत्री युसुऑ फ़ुकुदा के साथ सात तारीख को तोक्यो में《चीन और जापान सर्वतोमुखी तौर पर आपसी लाभ वाले रणनीतिक संबंध को आगे बढ़ाने संबंधी संयुक्त वक्तव्य 》 पर हस्ताक्षर किए । यह चीन और जापान के बीच संपन्न चौथा राजनीतिक दस्तावेज़ है।
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि दोनों पक्षों का समान विचार है कि चीन जापान संबंध दोनों देशों के लिए सब से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक है । दीर्घकालिक शांति, मैत्री व सहयोग दोनों पक्षों का एकमात्र विकल्प है । दोनों पक्ष चीन जापान के बीच आपसी लाभ वाले रणनीतिक संबंध को सर्वतोमुखी तौर पर आगे बढ़ाने में संकल्पबद्ध हैं, ताकि चीन जापान का शांतिपूर्ण सहअस्तित्व, पीढ़ी दर पीढ़ी मैत्री, आपसी लाभ वाला सहयोग तथा समान विकास का महान लक्ष्य प्राप्त हो सके ।
दोनों पक्षों ने दोहराया कि चीन जापान संयुक्त वक्तव्य, चीन जापान शांतिपूर्ण मैत्री संधि तथा चीन जापान संयुक्त घोषणा का लगातार पालन करेंगे ।
दोनों पक्षों ने माना कि चीन और जापान एक दूसरे के सहयोग साझेदार हैं, और एक दूसरे के लिए खतरा नहीं है । दोनों देशों ने दोहराया कि वे एक-दूसरे के शांतिपूर्ण विकास का समर्थन करते हैं और सलाह मशविरे व वार्ता के जरिए दोनों देशों के बीच मौजूद सवालों का समाधान करने पर डटे रहेंगे ।
जापान ने दोहराया कि जापान चीन संयुक्त वक्तव्य में थाईवान सवाल पर प्रस्तुत अपने रुख पर कायम रहेगा।
दोनों पक्षों ने निर्णय किया कि वे बातचीत व सहयोग का ढांचा और नेताओं की नियमित एक दूसरी की यात्रा व्यवस्था की स्थापना करेंगे, एशिया व प्रशांत क्षेत्र के विकास के लिए समान रूप से योगदान देंगे।
चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिनथाओ ने सात तारीख के तीसरे पहर तोक्यो में क्रमशः जापानी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी, न्यू कोमेटो पार्टी, डेमोक्रेटिक पार्टी, जापानी कम्युनिस्ट पार्टी तथा सोशल पार्टी के नेताओं से भेंट की । उन्होंने कहा कि चीन और जापान का संयुक्त वक्तव्य भावी चीन जापान संबंध के विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्देशक भूमिका निभाएगा। (होवेइ)