2008-05-08 10:47:06

ता चाओ मठ में एक परम्परागत धार्मिक गतिविधि चार्म बहुत लोकप्रिय है

चार्म धार्मिक नृत्य नाट्य में हिरन सिर व गायं सिर , सफेद भौंह देवता और भारतीय देवता सब से आकर्षित है , नृतक जबरदस्त संगीत के लय के तालमेल में तीर व चाकू हाथ में लिये राक्षेसों व भूतों की मारपीट करने के तरह तरह करलब दिखाते हैं , जिस से दर्शक देखते देखते अपने आप को भूल जाते हैं । चा चाओ मठ के लामा चिन छंग ने इस का परिचय देते हुए कहा

इधर सालों में ता चाओ मठ के वातावरण में बदलाव आने के साथ साथ बड़ी संख्या में देशी विदेशी पर्यटक व धार्मिक अनुयायी आने लगे हैं , लोगों में चार्म नृत्य नाट्य और सूत्र पढाई तथा पूजा प्रार्थना समारोह जैसी धामिक गतिविधियों में बड़ी दिलचस्पी दिखायी गयी है ।

ता चाओ मठ में एक परम्परागत धार्मिक गतिविधि चार्म बहुत लोकप्रिय है , चार्म का मतलब है कि राक्षेसों व भूतों को भगाने और शानदार कृषि फसलों और सुख चैन की प्राप्ति करने के लिये देव नृत्य किया जाता है । चीनी पंचांग के अनुसार हर वर्ष के जनवरी व जून में ता चाओ मठ में अवश्य ही शानदार चार्म गतिविधि की जाती है । मौके पर भिक्षु निश्चित पोशाक व मुखोटे पहनकर नाना प्रकार के देवताओं का स्वांग करते हुए लामा मठ में सुरक्षित विशेष बड़े नगाड़े और समुद्री शंघ जैसे बाजाओं के तालमेल में उत्साह के साथ नृत्य नाट्य करते है और दर्शक उन के अनौखा अभिनय पर मोहित हो जाते हैं ।

चार्म धार्मिक नृत्य नाट्य में हिरन सिर व गायं सिर , सफेद भौंह देवता और भारतीय देवता सब से आकर्षित है , नृतक जबरदस्त संगीत के लय के तालमेल में तीर व चाकू हाथ में लिये राक्षेसों व भूतों की मारपीट करने के तरह तरह करलब दिखाते हैं , जिस से दर्शक देखते देखते अपने आप को भूल जाते हैं । चा चाओ मठ के लामा चिन छंग ने इस का परिचय देते हुए कहा

इधर सालों में ता चाओ मठ के वातावरण में बदलाव आने के साथ साथ बड़ी संख्या में देशी विदेशी पर्यटक व धार्मिक अनुयायी आने लगे हैं , लोगों में चार्म नृत्य नाट्य और सूत्र पढाई तथा पूजा प्रार्थना समारोह जैसी धामिक गतिविधियों में बड़ी दिलचस्पी दिखायी गयी है ।

जी हां , उन का कहना बिलकुल सही है । इधर सालों में भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने भारी धन राशि जुटाकर ता चाओ मठ की बड़े पैमाने पर मरम्मतें कीं और मठ के ईर्द गिर्द पुराने टूटे फूटे निवासी मकानों और दुकानों को हटा दिया , जिस से ता चाओ मठ में फिर नया निखार आ गया है । ता चाओ मठ के पश्चिम में मिंग व छिंग राजवंश कालों में निर्मित सड़क अच्छी तरह सुरक्षित हुई है । इधर सालों में चीनी टी वी व फिल्म जगत के बहुत से निर्देशकों को यह प्राचीन वास्तु शैलियों से युक्त सड़क मोह लेती है , जिस से वह अनेक प्राचीन कहानियों के आधार पर बनी फिल्मों के स्टुडियों का काम देती है । इतना ही नहीं , यहां पर सुरक्षित अनेक राजवंशों में तैयार प्रसिद्ध प्राचीन लिपि कला की कृतियां , चीनी चित्र , मूल्यावान पत्थरों से तैयार दर्लभ कलात्मक कृतियां और मंगोल जाति के विशेष चमड़े चित्र और कांस्य औजार जैसी कलात्मक वस्तुएं भी बेहद विख्यात हैं ।

इधर सालों में ता चाओ मठ का दौरा करने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि बनी रही है । पर्यटक छ्वी चिन का विचार है कि यहां की गाढ़ी धार्मिक विशेषता पर्यटकों को आकर्षित करने के प्रमुख कारणों में से एक है । उस का कहना है

क्योंकि मैं ने यहां के और कुछ क्षेत्रों पर दौरे पर गया था , मैं ने देखा है कि उन्हों ने बौद्ध धर्म के विकास के लिये बहुत सी संबंधित पुस्तकें प्रकाशित कर पर्यटकों में बांट कर दी हैं , जिस से बौद्ध धर्म के विकास में योगदान किया गया है । साथ ही अपनी स्थानीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करने के लिये लाभदायक भी है तथा और अधिक लोग हमारी स्थानीय संस्कृति से परिचित हो सकें और इसी तरह हरेक मंदिर के इतिहास के बारे में ज्यादा जानकारियां प्राप्त कर सकें , ताकि इसे संस्कृति के रूप में मानकर और अच्छी तरह हमारे सांस्कृतिक विरासतों को बनाये रखा जा सके ।