श्री वांग यूं फंग के अनुसार चीनी पर्वतारोहण टीम के सदस्यों का चयन बड़ी कठिन प्रक्रिया में से हुआ है ,जिन में से दो तिहाई सदस्य पहले चू मू लांग मा पर चढ चुके हैं ,और जिन में बडी अदम्य शक्ति है । 11 अप्रैल को चीनी टीम ने चू मू लांग मा चोटी पर आरोहण करने वाले अंतिम कैंप तक जाने का मार्ग प्रशस्त किया था और सभी संबंधित सामग्रियां पहुंचायी थीं ।जब मौसम अच्छा होगा , चीनी टीम चोटी पर आरोहण का अभियान शुरू करेगी ।इस से पहले कुछ व्यक्तियों ने कहा कि वांग यूं फंग की आयु बडी है ,वह सिर्फ पहाड के नीचे कमांड का काम कर सकते हैं ।इस के प्रति 45 वर्षीय वांग यू फंग ने बताया कि वे किसी भी ऊंचाई पर चढने के लिए तैयार हैं ताकि चोटी के नजदीक वाले स्थान पर आरोहण की कमाड कर सकें ।उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मेरी शारीरिक स्थिति बहुत अच्छी है ।मैं सभी तैयारियां कर चुका हूं ।चाहे कौनसी भी ऊंचाई पर पहुंचने की जरूरत हो ,चाहे कोई भी काम करने की ज़रूरत हो ,मेरे लिए कोई समस्या नहीं है ।हमें चू मू लांग मा पर आरोहण करने में सफलता प्राप्त करनी होगी ।हमें इस का पक्का विश्वास है ।हम सभी को संतोष दिलाएंगे ।
वांग यू फंग अपने प्रचुर अनुभवों से इस आरोहण की कमांड संभालेंगे ।ऑलंपिक मशाल चोटी पर ले जाने का काम चीनी टीम के जवान सदस्य पूरा करेंगे।टाशिटसरन चीनी टीम का एक युवा सदस्य है ।वे तिब्बती पर्वतारोहण स्कूल के हैं ।उन्होंने चालू साल में एक आश्चर्यजनक रिकार्ड कायम किया है।उन्होंने पांच घंटे के अंदर समुद्री स्तर के 6500 मीटर से 7790 मीटर के बीच संबंधित सामग्री पहुंचाने के लिए तीन बार आना जाना पूरा किया ।आम तौर पर इस काम में दो दिन लग जाते हैं ।उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया, मुझे पर्वतारोहण का 6 साल का अनुभव है ।मुझे यह खेल बहुत पसंद है ।मुझे विश्व के सब से ऊंचे पहाड पर ऑलंपिक मशाल रिले में भाग लेने पर बहुत गौरव का अनुभव होता है ।राष्ट्र व देश को गौरव दिलाना मेरी सब से बडी अभिलाषा है ।
चू मू लांग मा पर आरोहण करने वाली चीनी टीम में महिला सदस्य भी हैं ।तिब्बती युवती टस्रेनवांगमो उन में से एक हैं ।22 वर्ष से कम आयु की टस्रेनवांगमो वर्ष 2004 में तिब्बती पर्वतारोहण स्कूल में दाखिल हुईं ।दो साल के बाद ही उन्होंने चू मू लांग मा पर आरोहण करने में सफलता प्राप्त की ।वर्तमान में उन की सब से बडी अभिलाषा ऑंलपिक पवित्र मशाल चू मू लांग मा पर ले जाना है ।उन्होंने कहा ,मैं ने वर्ष 2006 में चू मू लांग मा पर चढने में सफलता पायी ।उस समय मेरी आयु सिर्फ 19 वर्ष की थी ।अब मेरी अभिलाशा है कि ऑलंपिक मशाल चू मू लांग मा पर ले जानी है ।आशा है कि मेरे दोस्त ,रिश्तेदार यह उत्तेजक दृश्य देखेंगे ।मैं बहुत प्रसन्न हूंगी ।
पवित्र ऑलंपिक मशाल को चू मू लांग मा पर ले जाने वाले पर्वतारोहियों की नामसूची अंतिम क्षण में सार्वजनिक की जाएगी ।दोस्तो ,हम यहां उन्हें शुभकामना देते हैं ।अनेक बार लोगों ने चीनी टीम के कैप्टन वांग यूं फंग से पूछा था कि आप क्यों निरंतर पहाडियों पर आरोहण करते रहते हैं ।वांग यूं फंग का एकमात्र जवाब है ,क्यंकि पहाड वहां मौजूद है।अब 8848.43 मीटर वाला चू मू लांग मां चीनी टीम के सामने है और चीनी टीम के सदस्यों व पेइचिंग ऑलंपिक पवित्र मशाल का इंतजार कर रहा है ।हम आशा करते हैं कि वे चीन का वायदा पूरा करेंगे ।