2008-05-06 15:58:38

जन-दैनिक ने टिप्पणी जारी कर कहा कि"तिब्बत सवाल"प्रभुसत्ता वाला सवाल ही है

चीनी प्रमुख समाचार पत्र जन-दैनिक ने छह तारीख को नामांकित लेख प्रकाशित कर कहा कि"तिब्बत सवाल"चीन का प्रभुसत्ता वाला सवाल ही है ।

लेख में कहा गया है कि दलाई गुट ने कुछ समय पूर्व सिआटल में "तिब्बत सवाल"की चर्चा करते समय"मध्य रास्ते"पर डटे रहने की बात कही । इस रास्ते का मूल विषय"तिब्बत की स्वाधीनता"ही है, उस की कुचेष्टा तिब्बत को चीन से अलग करना है ।

लेख में कहा गया है कि"मध्य रास्ता"के विषयों में"महा तिब्बती बहुल क्षेत्र"और"उच्च स्तरीय स्वशासन"शामिल है । तथाकथित"महा तिब्बती बहुल क्षेत्र"में चीन का तिब्बत स्वायत्त प्रदेश, छिंगहाई, कानसू, सछ्वान और युन्नान आदि प्रांतों के तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र शामिल हैं, जिस का कुल क्षेत्रफल चीन की प्रादेशिक भूमि का एक चौथाई है । "उच्च स्तरीय स्वशासन"के विषय में केंद्र सरकार द्वारा तिब्बत में सेना की तैनाति नहीं करना और तिब्बत व दूसरे देशों व अंतरराष्ट्रीय संगंठनों के बीच कुटनीतिक संबंध कायम करना आदि शामिल है । वास्तव में"मध्य रास्ते"का मूल लक्ष्य तिब्बत के चीन के एक अभिन्न अंग होने के कानूनी स्थान को बदलना है और तिब्बत पर चीन सरकार की प्रभुसत्ता को अस्वीकार करना है । (श्याओ थांग)