2008-05-04 19:23:51

विद्वान आधुनिक तकनीक के माध्यम से पंचांग शास्त्र के बारे में प्राचीन तिब्बती पुस्तकों का संरक्षण करते हैं

चीनी तिब्बती विद्वान आधुनिक तकनीक के माध्यम से पंचांग शास्त्र के बारे में प्राचीन तिब्बती पुस्तकों का संरक्षण करते हैं।

वर्ष 2006 से अब तक, तिब्बती पंचांग शास्त्र अनुसंधान संस्थान ने उच्च द्रुत स्केन आदि उपकरणों से पोताला महल आदि स्थलों में सुरक्षित लगभग 1 लाख 20 हजार पृष्ठों की पुस्तकों को इलेक्ट्रोनिक सामग्रियां बनायीं। इन मूल्यवान सामग्रियों का अधिकांश हस्त लिखित पुस्तकें हैं, जिन में बहुत से पुस्तकें एकमात्र सुरक्षित पुस्तक है। कुछ पुस्तकें तो स्वर्ण पानी से लिखी गयी थीं, जो सदियों तक लोगों को नहीं दिखायी गयी थीं।

परिचय के अनुसार, आइंदे, तिब्बती पंचांग शास्त्र अनुसंधान संस्थान तिब्बत के विभिन्न मठों व मशहूर प्राचीन धरोहर स्थलों में जाकर पंचांग शास्त्र की प्राचीन तिब्बती पुस्तकों को इकट्ठे करके उन्हें स्केन करेगा, ताकि इन मूल्यवान ऐतिहासिक सामग्रियों को लम्बे अरसे से सुरक्षित किया जा सके । (श्याओयांग)