चीनी राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ ने चार तारीख को पेइचिंग में पेइचिंग स्थित 16 जापानी मीडियाओं के साथ संयुक्त साक्षात्कार में कहा कि उन की आसन्न जापान राजकीय यात्रा एक वासंती यात्रा होगी।
श्री हू चिन थाओ ने कहा कि उन की वर्तमान यात्रा का मकसद आपसी विश्वास व मैत्री को मजबूत करना, सहयोग को गहरा करना, भविषय के लिए परियोजना रचना और चीन व जापान के बीच चतुर्मुखी आपसी उदारता वाले संबंधों को आगे बढ़ाना है। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि दोनों पक्षों के समान प्रयासों से उन की यात्रा को अवश्य ही पूर्व अपेक्षित उपलब्धियां मिलेंगी।
पेइचिंग ऑलिंपिक की चर्चा में श्री हू चिन थाओ ने कहा कि पेइचिंग ऑलिंपिक के विभिन्न तैयारी कार्य अब व्यस्त रूप से चल रहे हैं। चीन दुनिया के विभिन्न देशों व क्षेत्रों के खिलाड़ियों का पेइचिंग ऑलिंपिक में भाग लेने के लिए जोशीला स्वागत करता है और विभिन्न देशों के मित्रों का पेइचिंग ऑलिंपिक देखने आने केलिए स्वागत करता है। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि जापानी जनता समेत दुनिया के विभिन्न देशों की जनता की व्यापक भागीदारी और अंतरराष्ट्रीय महा परिवार के पुरजोर समर्थन में पेइचिंग ऑलिंपिक अवश्य ही एक नयी विशेषता वाला उच्च स्तरीय खेल समारोह बन जाएगा।
इस वर्ष के जी आठ और विकासमान देशों के नेताओं के वार्तालाप सम्मेलन की चर्चा में श्री हू चिन थाओ ने आशा जताई कि वार्तालाप विभिन्न भागीदारों की समानता, आपसी लाभ व समान उदारता की भावना को ठोस रूप से प्रतिबिंबित कर सकेगा और फौरी पृथ्वीव्यापी समस्याओं का समान निपटारा करने के लिए योगदान प्रदान करेगा।
साथ ही श्री हू चिन थाओ ने संवाददाताओं को यह भी बताया कि चीन की केंद्र सरकार के संबंधित विभाग ने दलाई लामा के निजी प्रतिनिधियों के साथ संपर्क और विचार विमर्श किया है। श्री हू चिन थाओ ने सदिच्छापूर्ण रूप से यह आशा जताई कि दलाई लामा पक्ष अपनी यथार्थ कार्यवाइयों से यह साबित करेगा कि वह सच्चे माइने में मातृभूमि का विभाजन करने की गतिविधियों को बंद करेगा, हिंसक घटनाओं की रचना को बंद करेगा और पेइचिंग ऑलिंपिक को तोड़ने की गतिविधियों को बंद करेगा, ताकि अगले चरण के विचार विमर्श के लिए अनुकूल स्थितियां तैयार कर सके। (श्याओयांग)