2008-04-30 14:52:53

चीनी राजकीय थियेटर में पहली अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही संतोषपूर्वक संपन्न

हाल के दिनों में चीनी राजकीय थियेटर, ललित कलाओं के राष्ट्रीय केंद्र में पहली अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही संतोषपूर्वक संपन्न हुई। पिछले 100 से ज्यादा दिनों में वहां पर बहुत से चीनी-विदेशी वरिष्ठ कला दलों ने अपनी-अपनी आश्चर्यजनक संगीत प्रस्तुतियां की, जिससे थियेटर के लिए शानदार वातावरण तैयार किया गया और दर्शकों की जोरदार पुष्टि मिली। अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही के बाद चीनी राजकीय थियेटर के विकास की दिशा पर विभिन्न जगतों ने तवज्जो दी है।

इस महीने के शुरू में फ्रांस का शास्त्रीय ऑपेरा "राजा" अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही में अंतिम प्रस्तुति के रूप में चीनी राजकीय थियेटर में लगातार 4 बार प्रस्तुत किया गया। विश्व के मशहूर चालक श्री मिशेल फ्लासोन के निर्देशन में चीन और फ्रांस के वरिष्ठ अभिनेता-अभिनेत्रियों ने समान रूप से "राजा" प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा।

"राजा" को स्पेनिश मूल के मशहूर फ्रांसीसी संगीतकार श्री एडोओर्ड लालो ने पांचवीं शताब्दी में बाढ़ में प्राचीन शहर के डूब जाने की कहानी पर आधारित किया है। "राजा" ऑपेरा की वर्ष 1888 में पहली बार प्रस्तुति की गई थी और फ्रांस में भी इस की प्रस्तुति के मौके बहुत कम मिले हैं। चीनी राजकीय थियेटर के अंतिम अभिनय के रूप में इस की प्रस्तुति पर प्रसिद्ध चालक श्री मिशेल फ्लासोन ने कहा कि इस बात का, इस की यहां अंतिम अभिनय के रूप में प्रस्तुति का बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि चीन में "राजा" की प्रस्तुति बहुत आश्चर्यजनक रूप से सुखद रही है। यह न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि इस सुखद घटना को मनाना आवश्यक है।

"राजा" चीनी राजकीय थियेटर में प्रस्तुत चीनी-विदेशी शास्त्रीय अभिनयों में से एक है। इस के अलावा, पिछली क्रिस्मस से नए साल तक रूस के विश्व प्रसिद्ध मारिनस्की थियेटर ने महाकाव्य "प्रिन्स इगोर" प्रस्तुत किया था, जो चीनी राजकीय थियेटर में आने वाला पहला विदेशी कला दल है।

असामान्य रूप से मारिनस्की थियेटर के नाटक दल, बैले दल और सिंफनी आर्केष्ट्रा के 500 से अधिक संगीतज्ञों ने इस प्रस्तुति में भाग लिया, जो पिछले 50 सालों में चीन में आया सबसे बड़े पैमाने वाला रूसी कला दल है। 11 दिनों तक चीनी राजकीय थियेटर में क्रमशः मारिनस्की थियेटर के शास्त्रीय संगीत उपकरण गूंजते रहे, जिनमें "राजहंस झील" और "ले कोसेइल" शामिल हैं। कला दल के नेता, वरिष्ठ चालक श्री गेर्गिएव ने कहा कि चीनी राजकीय थियेटर में प्रस्तुति शुरू होने के उपलक्ष्य में उन्होंने एक अन्य देश में जाकर अभिनय करने से इन्कार किया। उन्होंने कहाः

"वास्तव में मारिनस्की का ऑपेरा और बैले एक स्थान पर प्रस्तुत किया जाना बहुत असामान्य है। इससे पहले नए साल के अवसर पर हम कभी भी सेंट पिटर्स्बर्ग से बाहर नहीं गए। इस बार चीनी जनता के लिए हमने अपवाद किया।"

चीनी राजकीय थियेटर नई शताब्दी में चीनी संस्कृति की प्रतिनिधि इमारतों में से एक है, जो पेइचिंग के थ्येन आन मन चौक के पश्चिम में स्थित है। थियेटर का काम पिछले 22 दिसंबर को शुरू हुआ था। 106 दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही में विश्व के 51 कला दलों ने विभिन्न कला तरीकों के जरिए 80 से अधिक ऑपेराओं के करीब 200 दृश्य प्रस्तुत किए। अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही में भाग लेने वाले अभिनय दलों का कला स्तर सर्वोच्च है और बहुत से वरिष्ठ महान संगीतकारों ने इस में भाग लिया।

चीनी राजकीय थियेटर के महा कला निरीक्षक श्री छन च्वो ह्वांग ने प्रस्तुति की तिमाही की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहाः

"न सिर्फ पैमाना, बल्कि कला स्तर की दृष्टि से 100 दिनों तक चलने वाली अन्तरराष्ट्रीय प्रस्तुति की तिमाही चीन की कला इतिहास में अनोखी है। मैं बहुत प्रभावित हूं कि आए हुए सभी संगीतकारों, गायकों, कला दलों, सिंफनी आर्केष्ट्रा और चालकों ने थियेटर की स्थापना की भूरि-भूरि प्रशंसा की और हार्दिक खुशी प्रकट की। थियेटर की पहली प्रस्तुति की तिमाही में भाग लेने पर वे गौरव महसूस करते हैं।"

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार प्रस्तुत होगा, कृप्या इसे पढ़े। (ललिता)