सेला मठ के 75 वर्षीय भिक्षु ल्वोसांगछ्वनफेई ने कहा कि सच्चा बौद्ध धार्मिक अनुयायी इस तरह की हिसंक कार्यवाई की कतई इजाजत नहीं देता है।चंद भिक्षुओं द्वारा ल्हासा हिंसक घटना में भाग लेने से उन्हें दुख है।
परिचय के अनुसार, हाल में ल्हासा के विभिन्न मठ सामान्य बौद्ध धर्म की गतिविधियों की बहाली कर रहे हैं।(श्याओयांग)