फिल्म-वितरण में कंपनियों और सिनेमा-घरों के बीच सहयोग की व्यवस्था शुरू हुई है। इस व्यवस्था से प्रेरित होकर बहुत से प्रतिभाशाली फिल्म-निर्देशकों ने बॉक्स-ऑफिस की तीव्र स्पर्द्धा में अपनी ताकत दिखाई है।उदाहरणार्थ चांग ई-मो और फ़ंग श्याओ-कांग आदि फिल्म-निर्देशक भारी लागत वाली फिल्में बनाकर अंतराष्ट्रीय फिल्म-जगत का ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल रहे हैं।उन के द्वारा निर्मित फिल्मों ने देशी-विदेशी बॉक्स-ऑफिस पर अच्छे अंक प्राप्त किए हैं।
चांग ई-मो की "हीरो", "टेन साईडिड एम्बुश ten-sided ambush" और ऑटम रिमेम्बरंस"
Autumn Remembrance" फिल्मों ने अन्य चीनी फिल्मों की विदेशी बाजार में पहुंच के लिए द्वार खोला है और चीनी फिल्मोद्योग के लिए सम्मान,ख्याति व प्रतिष्ठा हासिल की है।चीन के अन्य एक मशहूर फिल्म-निर्देशक फंग श्याओ-कांग हर वर्ष चीन के सब से बड़े परंपरागत उत्सव—वसंतोत्सव के लिए एक फिल्म बनाते हैं,जिसे वसंतोत्सव मनाने वाली फिल्म कहकर पुकारा जाता है।ऐसा करके उन्हों ने चीनी फिल्मों के लिए एक सफल व्यापारिक आदर्श स्थापित किया है।उन की "दोनो पक्ष","हस्तियां","चोर" औऱ "रात्रिभोज"आदि फिल्मों ने न केवल बड़ी तादाद में देशी दर्शकों को बल्कि बहुत से विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित किया है,जिस से उन्हें भारी मुनाफा प्राप्त हुआ है।
चीनी फिल्म-जगत का मानना है कि चीन में फिल्मोद्योग के सतत् विकास के लिए संबद्ध सुयोग्य व्यक्तियों का प्रशिक्षण अत्यंत जरूरी है। इधर के वर्षो में चीन में कई युवा फिल्म-निर्देशकों ने अपनी प्रतिभा दिखाकर अपनी पहचान बनाई है।मिसाल के लिए युवा फिल्म-निर्देशक निंगहाई "पागल-पत्थर" नामक अपनी पहली फिल्म से ही प्रसिद्ध हो गए। इस फिल्म ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्राप्त कर देश में बाक्स-ऑफिस पर कीर्तिमान स्थापित किया है।कम लागत वाली इस फिल्म की इस उपलब्धि से पूंजी-निवेशक चीन के युवा फिल्म-निर्देशकों की ओर आकर्षित हुए हैं।यह फिल्म न केवल चीनी दर्शकों को पसन्द आई है,बल्कि विदेशी दर्शकों को भी इस ने अपनी ओर खींचा है।अमरीका के वरिष्ठ फिल्म-समीक्षक श्री विल्लमार.एंडरसन ने कहाः
"निंगहाई ने इतनी अच्छी फिल्म बनाकर मुझे अचंभे में डाल दिया है। मैं वर्षों से उस से परिचित हूं। उस की यह फिल्म चीनी फिल्मों की पुरानी शैली से मुक्त है,जो लोगों को नयापन का एहसास कराती है।निंगहाई बहुत जवान हैं,सो मैं ने कभी नहीं सोचा था कि वह इतनी अच्छी फिल्म बना सकता है।उसे देख कर चीनी फिल्मोद्योग के भविष्य की झलक मिल सकती है। "
फिल्मोद्योग को चतुर्मुखी विकास की ओर बढ़ने के साथ-साथ नई समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।जहां एक तरफ़ प्रसिद्ध फिल्म-निर्देशकों को पूंजी-निवेशकों की ओर से लगातार फिल्म बनाने के लिए धन मिलता रहता है,वहीं दूसरी तरफ बहुत से युवा फिल्म-निर्देशकों को फिल्म बनाने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं मिल पाती है।चीनी फिल्म निर्यात संवर्द्धन कंपनी के मैनेजर श्री यांग बु-थिंग ने कहाः
"चीनी फिल्मोद्योग जीवन-शक्ति से ओत-प्रोत होने के कारण अपने विकास के बेहतर दौर से गुजर रहा है।लेकिन हमें यह देखना चाहिए कि फिल्म-बाजार से वांछित मुनाफा प्राप्त नहीं किया गया है। इस क्षेत्र में चीन और विकसित देशों के बीच दूरी ज्यादा है। इसलिए यह कोशिश की जानी चाहिए कि देश में फिल्म-बाजार को परिपक्व बनाया जाए और विदेशों में सहयोगकर्ताओं को ढूंढ कर उन के सहयोग से चीनी फिल्मों के लिए बाजार तैयार किया जाए।"
चीनी फिल्म ग्रुप कंपनी ने युवा फिल्म-निर्देशकों की सहायता के लिए एक परियोजना बनाई है,जिस में 15 युवा फिल्म-निर्देशक शामिल हैं।उन में से कुछ लोगों ने फिल्में बनाई हैं और कुछ को औपचारिक तौर पर फिल्मांकन का अनुभव भी हासिल नहीं है।चीनी फिल्म ग्रुप कंपनी पटकथा,पूंजी और फिल्म-वितरण आदि क्षेत्रों में इन युवा फिल्म-निर्देशकों की मदद के लिए पूरी तरह तैयार है।ये युवा फिल्म-निर्देशक अपनी योजनानुसार निकट भविष्य में 10 से 15 फिल्में बनाएंगे।फिल्म-जगत का मानना है कि इन युवा फिल्म-निर्देशकों की कोशिशों से चीनी फिल्मोद्योग के विकास को बड़ा बढ़ावा मिलेगा।