2008-04-21 10:43:51

प्रोकप्रा प्रजवालस्की देखने के लिये छिंगहाई झील जाओ

छिंगहाई झील विश्वविख्यात दुनिया की छत कहलाने वाली छिंग हाई तिब्बत पठार के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में अवस्थित है , इस झील की तीनों तरफ उत्तर पूर्वी छिंग हाई प्रांत के ता थुंग पर्वत , सुर्य चांद पर्वत और दक्षिण छिंग हाई पर्वत से घिरी हुई है , इसलिये यहां का प्राकृतिक सौदर्य अत्यंत दर्शनीय है । साथ ही छिंग हाई झील चीन की सब से बड़ी स्थलीय खार झील भी है । बेहद दुर्लभ किस्म वाले प्रोकप्रा प्रजवालस्की जानवर इसी टेढ़े मेढ़े झील घाटी घास मैदान पर बसे हुए हैं और ये जानवर चीन की विशेष किस्मों वाले जंगली जानवरों में से एक है । पहले वे चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश , कानसू प्रांत , निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश , सिंनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश और छिंगहाई प्रांत में बिखरे हुए थे । वर्तमान में रमणीक छिंगहाई झील क्षेत्र उन का एक मात्र अखाड़ा रह गया है ।

प्रिय दोस्तो , आज के इस कार्यक्रम में हम आप को प्रोकप्रा प्रजवालस्की देखने के लिये छिंगहाई झील क्षेत्र के दौरे पर ले चलते हैं । पहले हम इसी कार्यक्रम में आप को उत्तर पश्चिम चीन के छिंगहाई प्रांत में अवस्थित चीन की सब से बड़ी खारी झील की सुंदरता के बारे में कुछ बता चुके हैं । पर शायद आप को पता नहीं है कि इस खूब सूरत झील क्षेत्र में एक दुर्लभ किस्म वाले जानवर प्रोकप्रा प्रजवालस्की पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी हैं । ये जानवर देखने में सुंदर व चतुर ही नहीं , घास मैदान पर दौड़ने में हवा से तेज है । आइये , अब हम आप के साथ छिंगहाई झील क्षेत्र चलते हैं इस दुर्लभ किस्म वाले जंगली जानवर देखने ।

छिंगहाई झील विश्वविख्यात दुनिया की छत कहलाने वाली छिंग हाई तिब्बत पठार के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में अवस्थित है , इस झील की तीनों तरफ उत्तर पूर्वी छिंग हाई प्रांत के ता थुंग पर्वत , सुर्य चांद पर्वत और दक्षिण छिंग हाई पर्वत से घिरी हुई है , इसलिये यहां का प्राकृतिक सौदर्य अत्यंत दर्शनीय है । साथ ही छिंग हाई झील चीन की सब से बड़ी स्थलीय खार झील भी है । बेहद दुर्लभ किस्म वाले प्रोकप्रा प्रजवालस्की जानवर इसी टेढ़े मेढ़े झील घाटी घास मैदान पर बसे हुए हैं और ये जानवर चीन की विशेष किस्मों वाले जंगली जानवरों में से एक है । पहले वे चीन के भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश , कानसू प्रांत , निंगशा ह्वी स्वायत्त प्रदेश , सिंनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश और छिंगहाई प्रांत में बिखरे हुए थे । वर्तमान में रमणीक छिंगहाई झील क्षेत्र उन का एक मात्र अखाड़ा रह गया है । तो प्रोकप्रा प्रजवालस्की की मौजूदा स्थिति कैसी है , उन के संरक्षण के लिये क्या क्या कदम उठाये गये हैं । इस की चर्चा में छिंगहाई प्रांत के जंगली जानवर व वनस्पति प्राकृतिक परिरक्षित क्षेत्र के प्रबंधन ब्यूरो के जंगल इनजीनियर छाई फिंग ने कहा इधर सालों में संरक्षण के जरिये प्रोकप्रा प्रजवालस्की की संख्या में पहले से काफी वृद्धि हो गयी है । लेकिन पृथवी पर इस प्रकार के जानवरों की दीर्घकालिक वंश वृद्धि व उन के अस्तित्व की दृष्टि से देखा जाये , तो वर्तमान में उन की संख्य़ा अपेक्षाकृत कम है ।

लुप्त होने वाले प्रोकप्रा प्रजवालस्की की मौजूदा खतरनाक स्थिति पर चीन सरकार और अंतर्राष्ट्रीय समाज की निगाहें टिकी हुई हैं । इसी वजह से इसी प्रकार के जानवर को चीन के राष्ट्रीय प्रथम दर्जे वाले संरक्षित जानवरों की सूची में शामिल किया गया । इसी किस्म वाले दुर्लभ जानवरों के संरक्षण के लिये छिंगहाई प्रांतीय जंगल प्रशासनिक प्रबंधन विभाग और कानून विभाग ने प्रोकप्रा प्रजवालस्की को बचाने और संरक्षित करने के लिये अनेक प्रभावशाली कदम उठा दिये हैं । छिंगहाई प्रांतीय जंगल जानवरी व वनस्पति व प्राकृतिक संररक्षित क्षेत्र के प्रबंधन ब्यूरो के प्रधान श्री काउ चिंग यू ने इस का परिचय देते हुए कहा हम ने स्थानीय समुदाय के साथ प्रोकप्रा प्रजवालस्की का बचाव व संरक्षण करने के लिये जो अभियान चलाया है , उस से प्रोकप्रा प्रजवालस्की की संररक्षित मौजूदा स्थिति में बड़ा बदलाव आया है । पिछले अनेक सालों के प्रयास के जरिये प्रोकप्रा प्रजवालस्की के रहने के पर्यावरण में बड़ा सुधार हुआ है और उन की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि भी हुई है यानी पिछले सदी के80 वाले दशक में उन की संख्या दो सौ से बढकर आज की चार सौ से अधिक पहुंच गयी है ।

वर्तमान में छिंगहाई झील के दौर पर आये पर्यटक यदि खुशकिस्मत के हों , तो उन्हें अपनी आंखों से प्यारे दुर्लभ प्रोकप्रा प्रजवालस्की को देखने का मौका मिलेगा । प्रोकप्रा प्रजवालस्की का आकार प्रकार बहुत प्यारा लगता है , शरीर की लम्बाई करीब एक मीटर है , नर प्रोकप्रा प्रजवालस्की के सिर पर दो काली सख्त सिंग उगी हुई हैं । होंठों का रंग भी काला है , जबकि मुंह का नीचला भाग सफेद रंग का है । गर्मियों में उस के बाल गहरे लाल रंग के हैं और सर्दियों में उस के बाल गहरे पीले रंग में दिखते हैं , जबकि उस का दुम काले रंग का है ।

इस लेख का दूसरा भाग अगली बार पढ़ें ।