2008-04-20 18:46:17

कुछ विदेशी मीडिया और जाने माने संवाददाताओं ने पश्चिम की गलत रिपोर्टिंग की आलोचना की

इधर के दिनों कुछ विदेशी प्रेसों ने टिप्पणीकार लेख जारी कर, तिब्बत में हुई तोड़फोड़, मारपीट और प्रज्वलित करने वाली घटना के प्रति पश्चिमी प्रेसों द्वारा की गयी गलत रिपोर्टिंग की ओलोचना की , और पश्चिम के कुछ सूत्रों की कार्यवाहियों का सिंहोवलोकन किया ।

स्पेन के अखबार रेबेलाइन में 18 तारीख को प्रकाशित एक लेख ने कहा कि चीन को बदनाम करने के उद्देश्य में गंदा अभियान शुरू होने लगा है । यह अभियान रचने वाले पश्चिमी देशों और इन के प्रेसों का उद्देश्य, चीन के पुनःरुत्थान को बाधित करना ही है ।

कोरिया गणराज्य के अखबार द कोरिया टाइम्स की वेब साइट पर 18 तारीख को प्रकाशित अमेरिकी यू सी एल ऐ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर , बर्कले अंतर्राष्ट्रीय संबंध व महासागर अंतर्राष्ट्रीय नीति कमेटी के सदस्य श्री टोम प्लाट के लेख में कहा गया है कि चीन सरकार और चीनी जनता की मांग की तुलना में अमेरिकी सी एन एन का माफी मांगने वाला पत्र कूड़ा-कर्कट ही है । उन्हों ने अपने लेख में जोर देकर कहा कि पश्चिमियों को चीन के प्रति अधिक जानकारियां प्राप्त करनी चाहिये , नहीं तो आदान प्रदान करना भी असंभव है ।

मेक्सिको समाचार एजेंसी के भूतपूर्व प्रधान , जाने माने संवाददाता श्री एनरिख आरानडा ने 18 तारीख को प्रेस को बताया कि उन्हों ने 8 महीनों से पहले तिब्बत का खुद ही दौरा किया । पश्चिम के मुख्य प्रेसों द्वारा की गयी रिपोर्टिंग वहां के तथ्यों के अनुकूल नहीं है । उन का दूसरों की विपदाओं पर प्रसन्न रहने और तथ्यों के सामने आंखें बन्द करने का रुख निष्पक्षता के विरूद्ध है ।