2008-04-18 19:20:20

दलाई गुट का असली मकसद मानवाधिकार रहित भूदास प्रथा बहाल करना है

18 अप्रैल को प्रकाशित क्वांग मींग दैनिक ने एक लेख जारी कर बताया कि दलाई गुट का असली मकसद मानवाधिकार रहित भूदास की प्रथा बहाल करना है।

लेख में बताया गया है कि वर्ष 1959 से पहले, तिब्बत की जनता सामंतवादी भूदास प्रथा के प्रशासन में रहती थी। तिब्बत के भिक्षुओं , अधिकारियों और भूदास मालिकों ने 95 प्रतिशत से ज्यादा आबादी वाली तिब्बती जनता पर राजनीतिक तानाशाही लागू की , मानव भावना को पैरों तले रौंदा और लोगों के विचारों पर अंकुश लगायी थी ।

लेख ने पश्चिमी देशों के कुछ लोगों को सलाह दी है कि उन्हें ठंडा दिमाग से काम लेना चाहिए। दलाई लामा के वहां मानवाधिकार मात्र एक साइनबोर्ड है, उस का असली मकसद मानवाधिकार रहित भूदास की प्रथा की बहाली करना है। (श्याओयांग)