2008-04-17 17:31:43

तिब्बत स्वाधीनता का विरोध समुद्रपार चीनियों का समान संकल्प

हाल की एक अवधि में दलाई गिरोह ने चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के ल्हासा शहर में 14 मार्च हिंसा घटना रची और तिब्बत स्वाधीनता परस्त लोगों ने धृष्ठतापूर्वक पेइचिंग ओलिंपिक मशाल रिले के विदेशों में आयोजन को तोड़ने की कोशिशें की हैं , जिस से समुद्रपार चीनियों में जबरदस्त रोष भड़क उठा और बड़ी संख्या में समुद्रपारी चीनियों ने स्वगठित हो कर ओलिंपिक मशान की रक्षा की और दलाई गिरोह के झूठे प्रचार प्रसार का पर्दाफाश किया ।

यह है फ्रांस के पैरिस में चीनियों द्वारा पेइचिंग मशाल रिले की रक्षा करने के समय गाये चीनी राष्ट्र गान का अंश है । हाल ही में ब्रिटेन के लंदन और अमरीका के सन फ्रांसिसीको में ओलिंपिक मशाल रिले के दौरान वहां के चीनियों ने तिब्बत स्वाधीनता का विरोध करते हुए दलाई गिरोह के झूठे प्रचार प्रसार का खंडन किया ।

यह सर्वविदित है कि चीनी परम्परागत संस्कृति से प्रभावित समुद्र पारी चीनी विदेशों में हमेशा विनम्र और शिष्ट रहते हैं । लेकिन तिब्बत स्वाधीनता परस्त तत्वों द्वारा ओलिंपिक मशाल पर कालिख पोतने की घृणास्पद हरकत उन के लिए असह्य बन गयी , खास कर कुछ बदनीयत पश्चिमी मीडिया संस्थाओं द्वारा चीन की छवि पर कलंक लगाने की कार्यवाहियां उन के लिए और अधिक असह्य हो गयी । अंततः समुद्रपारी चीनियों ने उठ खड़े हो कर दमदार आवाज बुलंद की है ।

दलाई गिरोह के अफवाहों तथा कुछ पश्चिमी मीडिया की झूठी रिपोर्टों का पर्दाफाश करने के लिए समुद्रपारी चीनियों ने चीन के तिब्बत के इतिहास और 14 मार्च हिंसा के प्रति अज्ञात विदेशी लोगों को तिब्बत का सच्चा इतिहास बताया और दलाई गिरोह की मातृभूमि का विभाजन करने की साजिश का भंडाफोड़ किया ।

कनाडा के ओटावा में एक चीनी ने कहाः तिब्बत चीन का एक अभिन्न भाग है , जिस का सात सौ साल लम्बा इतिहास रहा है । अब तक सुरक्षित ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों से स्पष्टतः साबिक हुआ है कि चीन के युन राजवंश से ही तिब्बत चीन का एक भाग बन गया है । तिब्बत चीन की केन्द्रीय सरकार के अधीनस्थ है जो आज तक जारी रहा है । तिब्बत के चीन का एक प्रशासनिक इलाका होने का स्थान कभी भी नहीं बदला है ।

फ्रांस के नम्बर दो टीवी के एक कार्यक्रम में एक चीनी छात्र ने ल्हासा में हिंसा रचने वाले दलाई गिरोह की कलई खोलते हुए कहा कि अभी दिखाई वीडियो टेप में कुछ लामाओं ने जो बातें कहीं , जिस से ठीक यह साबित हुआ है कि उन्हों ने हिंसा की है , इन लामाओ ने दावा किया कि वे हत्या और खूनखराबी की कार्यवाही में शामिल नहीं हैं । लेकिन मैं इन निष्कासित तिब्बतियों से मांग करता हूं कि अन्तरराष्ट्रीय प्रेस जगत के सामने असलियत बताने का साहस करें ।

इधर के दिनों , लंदन से लेकर पेरिस तक , सनफ्रांसिसीको से लेकर बुइनोस एलिस तक समुद्र पारी चीनियों ने स्वेच्छपूर्वक ओलिंपिक मशाल की रक्षा करने तथा तिब्बत स्वाधीनता का विरोध करने का विश्वव्यापी अभियान चलाया , जिस से उन की गहरी देशभक्ति की भावना प्रकट हुई है । चीन कभी भी विभाजन को बरदाश्त नहीं करेगा , यह सिडनी में चीनियों की रैली में बुलंद किया गया एक नारा है । वह सभी समुदपारी चीनियों की समान आवाज है । इस दृढ संकल्पबद्ध आवाज से यह इंगित है कि कोई भी चीन का विभाजन करने वाली साजिश निश्चय ही विफल हो कर रहेगी ।