चीनी समाचार एजेंसी शिंगह्वा की 16 अप्रैल की रिपोर्ट के अनुसार तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के संबंधित अधिकारी ने कहा कि तिब्बत जाति के कार्यकर्ता तिब्बत के विभिन्न स्तरों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की पांते की प्रमुख शक्ति बन गए हैं। उन्होंने तिब्बत के विकास व निर्माण कार्यों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
1951 में तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति से पहले पुराने तिब्बत में एक आधुनिक स्कूल नहीं था, स्कूली उम्रवाले बच्चों में 2 प्रतिशत से भी कम बच्चों को शिक्षा की सुविधा प्राप्त होती थी। युवा प्रौढ़ों में 95 प्रतिशत लोग अनपढ़ थे। वर्तमान में अधिकाधिक आधुनिक शिक्षा हासिल करके तिब्बत जाति और वहां की अन्य अल्पसंख्यक जातियों के कार्यकर्ता तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सामाजिक विकास की प्रेरक शक्ति बन गये हैं।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के कार्मिक मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2007 के अंत तक तिब्बत जाति और अन्य अल्पसंख्यक जातियों के सुयोग्य व्यक्तियों की संख्या प्रदेश के सरकारी संस्थाओं, पार्टी दफतरों , सार्वजनिक कार्यालयों , तकनीक अनुसंधान प्रतिष्ठानों व उपक्रमों के प्रबंधन में कार्यरत सुयोग्य व्यक्तियों के 70 प्रतिशत से भी अधिक है।