2008-04-16 15:57:34

भारत में चीनी प्रवासी व छात्र ऑलंपिक मशाल की प्रतीक्षा में हैं

17 अप्रैल को पेइचिंग ऑलंपिक मशाल भारत की राजधानी नई दिल्ली पहुंचेगी। ब्रिटेन ,फ्रांस व अमरीका जैसे देशों की तुलना में भारत में चीनी प्रवासियों व छात्रों की संख्या ज्यादा नहीं है ,लेकिन पेइचिंग ऑलंपिक व पेइचिंग मशाल की प्रतीक्षा में उन का उत्साह वैसा ही है ।

कोलकाता भारत में चीनी प्रवासियों व चीनी मूल वाले भारतीयों लोगों का सब से बडा केंद्र है । वहां के प्रवासी चीनी संघ के महासचिव ली वांग चंग ने हमारे संवाददाता को बताया कि चीन के पेइचिंग में ऑलंपिक आयोजित होने से भारत में रहने वाले प्रवासी चीनियों को बड़ी प्रेरणा मिली है । हालांकि ऑलंपिक मशाल कोलकाता शहर से नहीं गुज़रेगी ,फिर भी वे बहुत खुश हैं ।उन्होंने बताया ,कोलकाता में रह रहे चार हजार चीनी प्रवासी बहुत खुश हैं ।पेइचिंग में आयोजित होने वाला ऑलंपिक चीनियों के सौ वर्षों का सपना है ।इतना बडा खेल समारोह चीन में पहले कभी नहीं हुआ है।हम सभी पेइचिंग ऑलंपिक की प्रतीक्षा में हैं ।

फिलहाल विश्व में कुछ लोग खेल और राजनीति को जोडकर पेइचिंग ऑलंपिक के सफल आयोजन को बर्बाद करने की कुचेष्टा कर रहे हैं ।इस के प्रति श्री ली वान चंग ने बडा क्रोध प्रकट किया ।उन्होंने कहा ,यहां के प्रवासी चीनियों व चीनी मूल वाले भारतीयों को इस बात के प्रति बहुत क्रोध है । क्योंकि खेल और राजनीति दोनों अलग-अलग हैं ।इन दोनों को नहीं जोड़ा जाना चाहिए । कुछ लोग चीन में होने वाले ऑलंपिक को बर्बाद करने की कुचेष्टा कर रहे हैं । हमें बहुत क्रोध है । उन की कुचेष्टा ज़रूर नाकाम होगी ।

ऑलंपिक न सिर्फ चीन का ,बल्कि पूरे विश्व का खेल समारोह है। इसलिए इसे विश्व जनता का पूरा समर्थन मिलेगा।इस पर चीन के शान तुंड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर चांग शू लान का पक्का विश्वास है ।चांग शू लान भारत के बारे में अनुसंधान कर रही हैं।इस समय वह नई दिल्ली में हैं । मशाल रिले की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया ,मशाल रिले में न सिर्फ खेल भावना बल्कि संस्कृति का आदान-प्रदान भी होता है ।सब से अहम बात है कि यह विश्व जनता की एकता व सहयोग का पुख्ता सबूत है ।ऑलंपिक का सफल आयोजन न सिर्फ चीनी जनता की सदिच्छा है ,बल्कि विश्व जनता की समान अभिलाषा भी है । हमारे बहुत से भारतीय दोस्त पवित्र मशाल के नई दिल्ली पहुंचने की प्रतीक्षा कर रहे हैं ।उन की आशा है कि यह मशाल पेइचिंग ऑलंपिक के प्रति उन की शुभकामना पेइचिंग तक ले कर जाएगी ।

पेइचिंग में ऑलंपियाड का आयोजन चीन के इतिहास में एक बहुत महत्वपूर्ण बात होगी । अधिकांश चीनी लोग अपनी आंखों से इस समारोह को देखना चाहते हैं। लेकिन व्यक्तिगत रुप से सब लोग उपस्थित नहीं हो सकते इसलिए बहुत से चीनी लोग विदेशों में टी वी पर इस समारोह को देखेंगे। भारत स्थित चीन की सब से बडी समाचार एजेंसी शिन ह्वा के संवाददाता ल्यैन हाइ तुंग उन में से एक है । ऑलंपिक के प्रति उन्होंने कहा ,विदेश में काम करने वाले चीनी संवाददाता के नाते मैं इस अगस्त में पेइचिंग में होने वाले ऑलंपियाड को नहीं देख सकूंगा।लेकिन 17 तारीख को ऑलंपिक मशाल नई दिल्ली पहुंचेगी ।मैं इस के बारे में रिपोर्टिंग करूंगा । मुझे लगता है कि ऑलंपिक में योगदान करने का मेरे लिए यह सब से अच्छा मौका होगा ।मेरी आशा है कि नई दिल्ली में होने वाली मशाल रिले स्थिर ,सुरक्षित व सुचारू रुप से सम्पन्न होगी । मैं और मेरे चीनी व भारतीय दोस्त मशाल रिले की सफलता के लिए शुभकामना देते हैं ।

नई दिल्ली में ऐसे सौभाग्यपूर्ण लोग भी हैं ,जो यहां मशाल रिले देख सकेंगे और अगस्त में स्वदेश लौटकर पेइचिंग ऑलंपिक भी देख सकेंगे ।जे एन यू में पी एच डी कर रहीं चन सी सी उन में से एक हैं ।उन्होंने बताया ,जब अप्रैल में पेइचिंग ऑलंपिक मशाल भारत पहुंचेगी ,तब मैं नई दिल्ली में हूंगी और इस मशाल रिले की गतिविधि देखूंगी ।जब अगस्त में पेइचिंग ऑलंपिक शुरू होगा ,तब मैं पेइचिंग में हूंगी ।मैं पेइचिंग ऑलंपिक की प्रतीक्षा में हूं ।

नई दिल्ली एशिया में पेइचिंग ऑलंपिक मशाल रिले का तीसरा पड़ाव है ।इस रिले का प्रारंभिक स्थल राष्ट्रपति भवन है ,जबकि इस का टर्मिनल इंडिया गेट है ,जिस की लंबाई 2.5 किलोमीटर है ।