2008-04-14 15:41:55

ओलिंपियाड की अवधि में पेइचिंग की वायु गुणवत्ता की गारंटी की कोशिश

पेइचिंग ओलिंपियाड के दौरान वायु गुणवत्ता की गारंटी के लिए पेइचिंग शहर ने सिलसिलेवार कदम उठाए है। खास कर पिछले साल से पेइचिंग शहर ने अपने आसपास के क्षेत्रों यानी हपेए , शानशी व शानतुंग प्रांतों , भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश तथा थ्येन चिन केन्द्र शासित शहर के साथ संयुक्त अभियान चलाया , जिस ने कुछ उच्च ऊर्जा खपत व भारी प्रदूषण देने वाले कारोबारों को बन्द कर दिया और ओलिंपियाड की अवधि में अस्थाई तौर पर प्रदूषण निकासी पर काबू पाने की योजना भी बनायी । इन संयुक्त कार्यवाहियों के चलते पेइचिंग ओलिंपिक के दौरान वायु की गुणवत्ता मानक पर खरी उतरेगी ।

2001 में 2008 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए आवेदन के समय चीन सरकार ने पेइचिंग ओलिंपियाड के दौरान वायु गुणवत्ता पर संजिदा वचन दिया था यानी पेइचिंग के वायु में सल्फर डिओक्सिडे , नाइट्रोजन डिओक्सिडे ,कार्बन मोनोक्सिडे तथा धूल कर्ण पर निगरानी व नियंत्रण किया जाएगा और पेइचिंग की पर्यावरण गुणवत्ता को सुधारा जाएगा , ताकि ओलिंपियाड के समय उपरोक्त प्रदूषिक चीजों की निकासरी देश और विश्व स्वास्थ्य संगठन के मापदंड पर पहुंचे । चीनी राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के उप प्रधान श्री चांग लीचुन ने कहा कि इन वर्षों के अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप उपरोक्त दो मुद्दों के लिए चीन का वायद पूरा किया गया है । उन्हों ने कहाः

पेइचिंग में अब अपेक्षाकृत संपूर्ण वायु निरीक्षण व्यवस्था कायम हो चुकी है , रोज उपरोक्त चार प्रदूषिक चीजों पर निगरानी की जाती है और संपूर्ण रूप से , समय पर तथा सटीक तौर पर पेइचिंग की वायु गुणवत्ता दिखायी जा सकती है और इस की सूचना मीडिया में सार्वजनिक की जाती है। अब तक पेइचिंग में कार्बन मोनोक्सिडे , सल्फर डिओक्सिडे और नाइट्रोजन डिओक्सिडे की निकासी मात्रा मापदंड पर पहुंची है और धूल व कर्ण की मात्रा में भी भारी कटौती हुई है । पेइचिंग में स्वच्छ नीले आकाश के दिन 1998 के 100 से बढ़ कर गत वर्ष में 246 हो गए थे।

ओलिंपिक के लिए दिए गए तीसरे वचन को पूरा करने के लिए चीनी पर्यावरण विशेषज्ञों ने लम्बे अरसे से अनुसंधान किया , जिस से यह निष्कर्ष निकला है कि पेइचिंग के वायु को सुधारने के साथ साथ उस के आसपाल के क्षेत्रों के वायु को भी सुधारा जाना चाहिए । इस बहुक्षेत्रीय सुधार के लिए चीनी राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो ने पेइचिंग , हपेई , थ्येनचिन , शानसी , भीतरी मंगोलिया तथा शानतुंग के साथ मिल कर वायु गुणवत्ता की गारंटी की योजना बनायी । श्री चांग ने कहाः

योजना के तहत ओलिंपिक के पूर्व ही इन छै क्षेत्रों में कोयले से पैदा हुए प्रदूषण का निपटारा किया गया है , ताप बिजली घर में सल्फर की निकासी का लक्ष्य प्राप्त हुआ है और वास्तु सामग्री , सीमेंट , रसायन तथा लोहा इस्पात उद्योगों का सुधार किया गया है। इस के अलावा , ओलिंपियाड के दौरान , पेइचिंग और थ्येनचिन व हपेए के कुछ क्षेत्रों में कुछ कारोबारों के उत्पादन पर नियंत्रण किया जाएगा ,ताकि वहां के पर्यावरण का ओलिंपियाड के आयोजन पर असर न पड़े । इस के अलावा शानसी, शानतु और भीतरी मंगोलिया की पर्यावरण स्थिति पर यथेष्ठ नियंत्रण किया जाएगा । इन छै क्षेत्रों ने इस पर भारी महत्व दिया । मसलन् , पेइचिंग के उत्तर में स्थित भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश में 15 ताप बिजली घरों में सल्फर निकालने का लक्ष्य 6 माह पहले ही पूरा किया गया है। भीतरी मंगोलिया के पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के प्रधान श्री सु छिंग ने कहा कि वर्तमान में भीतरी मंगोलिया ने निर्धारिक कार्यों के अधिकांश भाग पूरा किया है।

अब तक भीतरी मंगोलिया में 12 बिजली घरों में सल्फर मिटाने का लक्ष्य पूरा हो चुका है , शेष तीन जनेरेटिंग सेटों का यह काम पहली जून से पहले पूरा किया जाएगा , तब इन सेटों का काम बन्द किया जाएगा। पेइचिंग से नजदीक इलाकों में भारी प्रदूषण देने वाले कारोबारों को बन्द किया जाएगा या सुधार के लिए समय सीमा निश्चित की गयी है ।

संयुक्त अभियान के चलते पिछले साल के अन्त तक इन छै इलाकों में सल्फर मिटाने का 75 प्रतिशत काम पूरा किया गया और बड़ी संख्या में प्रदूषण देने वाले कारोबारों को बन्द किया गया है और पुरानी टेक्सियों को हटा कर नयी व अच्छी टेक्सियां प्रयोग में लगायी गयीं। चीनी राष्ट्रीय पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के उप प्रधान श्री चांग लीचुन ने कहा कि इन कदमों के जरिए ओलिंपियाड के समय पेइचिंग की वायु गुणवत्ता श्रेष्ठ निश्चित होगी । विशेषज्ञों का कहना है कि पेइचिंग ओलिंपिक की अवधि में वायु गुणवत्ता मापदंड पर खरी उतरेगी और चीन सरकार का वचन पूरा किया जा सकेगा ।