2008-04-13 16:47:00

फ्रांसिसी ऑलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष ने पेरिस में ऑलिंपिक मशाल रिले में खलल होने पर रोष प्रकट किया

फ्रांसिसी ऑलिंपिक कमेटी के अध्यक्ष श्री हेनरी सेरांदुर ने 12 तारीख को फ्रांस की एक अखबार पर लेख प्रकाशिक कर बताया कि वे फ्रांस में ऑलिंपिक मशाल रिले में खलल डाले जाने के प्रति दुखी हैं और क्रुद्ध भी है। उन्होंने राजनीतिक उद्देश्य से खिलाड़ियों की सपना को न्योछावर न करने की अपील की।

श्री सेरांदुर ने अपने लेख में कहा कि ऑलिंपिक मशाल शांति व सहिष्णुता का प्रतीक है। मैं आशा करता था कि फ्रांस इस मौके के जरिये सारी दुनिया को ऑलिंपिक भावना व ऑलिंपियाड के प्रति फ्रांस का प्रेम व्यक्त करेगा, लेकिन मैंने देखा कि खुशी में डुबे इन खिलाड़ियों व मशाल धारकों को मशाल रिले में कुछ लोगों से अपमान का सामना करना पड़ा , जिस के प्रति मैं बहुत दुखी हूं और क्रुद्ध भी हूं।

श्री सेरांदुर ने कहा कि वर्ष 2001 के जुलाई माह में अंतरराष्ट्रीय ऑलिंपिक कमेटी ने पेइचिंग को वर्ष 2008 ऑलिंपियाड का मेजबान देश चुना है, जिस से यह जाहिर है कि ऑलिंपिक कमेटी आशा करती हैं कि सारी दुनिया की कुल आबादी की 20 प्रतिशत वाली चीनी जनता ऑलिंपिक महा परिवार में शामिल हो सकेगी। ऑलिंपिक राजनीति से अलग किया जाना चाहिए, हमें राजनीतिक मकसद से खिलाड़ियों के ऑलिंपियाड में भाग लेने की सपना का न्योछावर न कर देना चाहिए। मशाल के पेरिस पहुंचने से पहले, अनेक फ्रांसिसी खिलाड़ियों ने दृढ़ता से कहा कि वे ऑलिंपिक भावना का समर्थन करते हैं। इसलिए, मशाल रिले को तोड़ने की कोई भी कार्यवाई गलत है, जो दूसरे लोगों का ही नहीं, बल्कि इतिहास का भी अपमान करती है। (श्याओयांग)