रूमानियाई समाज व लोकतंत्र पार्टी के सासंद श्री सेवेरिन ने 10 अप्रैल को बरुसेल्स में कहा कि यूरोपीय संसद में पारित तिब्बत की स्थिति से संबंधित प्रस्ताव दूरगामी व जिम्मेदारी के बिना है।
रोम प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय संसद ने चीन के रूख की उपेक्षा कर उसी दिन बरुसेल्स में पूर्वाधिवेशन आयोजित कर तिब्बत की स्थिति संबंधी प्रस्ताव पारित किया और संयुक्त राष्ट्र संघ से जांच दल स्थापित कर जांच के लिये तिब्बत जाने का आग्रह किया और यूरोपीय देशों से पेइचिंग ऑलंपिक के उद्धाटन समारोह का बहिष्कार करने की अपील की।
श्री सेवेरिन ने पूर्वाधिवेशन के बाद मीडिया से कहा कि इस प्रस्ताव के पारित होने से जाहिर है कि कुछ यूरोपीय सांसद मानवाधिकार सवाल का राजनीतिकरण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव दूरदृष्टिहीन व जिम्मेदारी के बिना है और इस से यूरोप-चीन संबंधों में तनाव पैदा होगा।(रूपा)