2008-04-11 17:03:16

चीन ने अमरीकी प्रतिनिधि सदन में तिब्बत संबंधी चीन विरोधी प्रस्ताव पारित किए जाने पर जबरदस्त रोष प्रकट किया और इस का ढृढ़ विरोध किया

चीनी विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता सुश्री चांग यू ने 11 अप्रैल को अमरीकी प्रतिनिधि सदन द्वारा तिब्बत संबंधी चीन विरोधी प्रस्ताव पारित किए जाने पर बोलते हुए कहा कि इस प्रस्ताव ने तिब्बत के इतिहास व सत्य को मनमाने ढ़ंग से तोड़-मरोड़ कर पेश किया है, और चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप किया है। चीन ने इस पर जबरदस्त रोष प्रकट किया और इस का ढृढ़ विरोध किया है।

सुश्री चांग यू ने कहा कि 9 तारीख को अमरीकी प्रतिनिधि सदन ने चीन के गंभीरतापूर्वक रुख को देखते हुए प्रतिनिधि सदन की अध्यक्षा सुश्री पेलोसी द्वारा प्रस्तुत किए गए तिब्बत संबंधी चीन विरोधी प्रस्ताव पर विचार करके इसे पारित किया। इस प्रस्ताव ने तिब्बत के इतिहास व सत्य को मनमाने ढ़ंग से तोड़-मरोड़ कर पेश किया, चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार द्वारा कानून के अनुसार ल्हासा में हुई गंभीर हिसंक घटनाओं का निपटारा किए जाने का अकारण आरोप लगाकर चीन के अंदरूनी मामलों में धृष्टतापूर्वक हस्तक्षेप किया, जिससे चीनी जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। चीन ने इस पर जबरदस्त रोष प्रकट किया और इस का ढृढ़ विरोध किया है।

सुश्री चांग यू ने कहा कि तिब्बत चीन की प्रादेशिक अखंडता का एक अभिन्न भाग है और तिब्बत का मामला चीन का अंदरूनी मामला है। पर्याप्त सबूतों से जाहिर है कि ल्हासा घटना दलाई गुट द्वारा सुयोजित रूप से संगठित, आयोजित और नेतृत्व करके देशी-विदेशी तिब्बत स्वतंत्रता के पृथकतावादियों के साथ मिलकर की गई साजिश है। ल्हासा घटना दलाई गुट द्वारा प्रस्तुत शांति प्रदर्शन व अहिंसक कार्यवाही नहीं है। यह गंभीर हिंसक आपराधिक कार्यवाही है।

सुश्री चांग यू ने कहा कि हम ने अमरीकी प्रतिनिधि सदन से यह मांग की है कि वह तथ्यों का सम्मान करते हुए सही और गलत की पुष्टि करके चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने वाले और चीनी जनता की भावनाओं पर ठेस पहुंचाने वाले व चीन अमरीका संबंध को नुकसान पहुंचाने वाले गलत कथनों व कार्यवाहियों को बन्द करें।

(वनिता)