पेइचिंग में 2008 हान जाति की बौद्ध धर्म की संगोष्ठी में भाग लेने वाले कुछ मुख्य भूमि और हांगकांग व मकाओ के युवा आचार्यों ने उसी रात एक बैठक बुलायी। थाईवान से आए हाईथ्याओ आचार्य ने कहा कि बौद्ध धर्म के सच्चे अनुयाइयों को किसी भी स्थिति में समाज की स्थिरता में बाधा नहीं डालनी चाहिए, खासकर विशेष राजनीतिक साजिश से हिंसा से शांति को बर्बाद नहीं करना चाहिए।
बैठक में भाग लेने वाले युवा आचार्यों ने चीन सरकार द्वारा हिंसक कार्यवाई के खिलाफ़ अपनाए गए आवश्यक कदमों का समर्थन किया और हिंसक घटना में भाग लेने वाले भिक्षुओं से धैर्य से पूजा करने की अपील की।(श्याओयांग)