2008-04-10 15:03:50

अतुल्य भारत को जानें

आप लोगों का आज का कार्यक्रम सुनने के लिए स्वागत। दोस्तों, वर्ष 2007 चीन व भारत के बीच पर्यटन मैत्री वर्ष था। चीन व भारत दोनों सरकारों के समर्थन में चीन-भारत पर्यटन शिखर मंच का आयोजन किया गया, नयी दिल्ली स्थित चीनी पर्यटन कार्यालय की स्थापना और चीनी पर्यटन रात्रि आदि सिलसिलेवार गतिविधियों का आयोजन भी किया गया।

इस वर्ष की सात अप्रैल को , पेइचिंग स्थित भारतीय पर्यटन कार्यालय की स्थापना की रस्म पेइचिंग होटल में भव्य रूप से आयोजित हुई। इसी बीच आयोजित हुई भारत की यात्रा नामक चित्र प्रदर्शनी और अतुल्य भारत रात्रि समारोह ने भी समाज के विभिन्न तबकों की नजर खींची।

भारत की चर्चा करते समय अधिकांश चीनी लोग बॉलीवुड की फिल्मों की और पवित्र ताज महल को याद करते हैं। लेकिन, चीन की ही तरह भारत की सभ्यता भी बहुत पुरानी है। भारत में सुंदर प्राचीन किले हैं, अतुल्य मंदिर व चर्च हैं और अनगिनित अवशेष भी हैं। इधर के वर्षों में दोनों देशों के नेताओं की सफलतापूर्वक आपसी यात्राओं और दोनों के बीच मैत्रीपूर्ण आवाजाही के गहरा होने से अनेक लोग भारत व चीन को पर्यटन के लिए चुनने लगे हैं। पर्यटन उद्योग चीन व भारत के बीच संपर्क को मजबूत करने की एक बेल्ट बन चुका है। इस स्थिति की चर्चा में चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो के प्रधान श्री श्याओ छी वेई ने कहा,वर्ष 2007 में 5 लाख 30 हजार चीनियों व भारतीयों ने एक दूसरे के यहां की यात्रा की है। भारत जाने वाले चीनी लोगों की संख्या भी पिछले वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि चीन की यात्रा करने वाले भारतीय लोगों की संख्या भी पिछले वर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत बढ़ी है।

दोस्तों, एशिया 21वीं शताब्दी की दुनिया के विकास का नेतृत्व करेगा। एशिया के बड़े देश होने के नाते, चीन व भारत की बहुध्रुवी विविध संस्कृतियां व विश्वास हैं। दोनों देशों की आबादी की कुल संख्या विश्व की कुल संख्या का एक तिहाई है। दोनों देशों के मैत्री दूतों में श्वेन जांग और फाश्येन को छोड़कर चीनी राष्ट्र पर जापानी आक्रमण का मुकाबला करने में डॉक्टर कोटनिस भी थे। विश्वास है कि और ज्यादा लोग दोनों देशों की मैत्री व आवाजाही के लिए एक दूसरे की यात्रा करेंगे, जबकि पेइचिंग में भारतीय पर्यटन कार्यालय की स्थापना से भारत की यात्रा करने वाले चीनी लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।चीन स्थित भारतीय राजदूत सुश्री निरूपमा राव ने कहा,पेइचिंग पर्यटन कार्यालय की स्थापना चीन व भारत की मैत्री व आपसी समझ को बढ़ाने के लिए लाभदायक है। चीन व भारत दो बड़े पड़ोसी देश हैं। दोनों की आबादी की संख्या विश्व की कुल आबादी का 40 प्रतिशत है। पर्यटन कार्यालय की स्थापना अवश्य ही पर्यटन में चीन व भारत की जनता की भूमिका को आगे बढ़ाएगी।

हाल में चीन व भारत ने शांति व समृद्धि को मजबूत करने के आपसी लाभ वाले रणनीतिक सहयोगी साझेदारी संबंधों की स्थापना की। इन संबंधों की स्थापना न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि दुनिया के लिए भी भारी अर्थवाली है। दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापारी व आर्थिक संबंध तेज़ गति से आगे विकसित किए जा रहे हैं। इस वर्ष की जनवरी में भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की चीन यात्रा ने दोनों की मैत्री व सहयोग में और बड़ी प्रेरणा शक्ति डाली है और सिलसिलेवार उपलब्धियां प्राप्त की हैं। दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों के निरंतर गहरा होने के साथ-साथ, दोनों देशों की जनता के बीच आदान-प्रदान भी और घनिष्ठ हो रहा है। चीन स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी ने कहा,दोनों देश यदि एक दूसरे की समझ को बढ़ाना चाहते हैं, तो एकमात्र तरीका है, करोड़ों लोग एक दूसरे देश की यात्रा करें। यदि जनता एक दूसरे का सम्मान करती है, तो जातियों के बीच मैत्री को प्रगाढ़ किया जा सकेगा।

पेइचिंग स्थित भारतीय पर्यटन कार्यालय की स्थापना के अवसर पर भारतीय पर्यटन व संस्कृति मंत्री सुश्री अम्बिका सोनी ने चीन की मैत्रीपूर्ण यात्रा की और पर्यटन कार्यालय की स्थापना गतिविधि और सांस्कृतिक समारोह में भाग लिया। सुश्री सोनी ने कहा कि भारत व चीन के बीच पर्यटन व सांस्कृतिक आदान-प्रदान से हमारे दोनों देशों व दोनों देशों की जनता के संबंध और घनिष्ठ होंगे। पर्यटन हमारी आपसी समझ को गहरा करने का माध्यम है। हमें इस क्षेत्र में भारी निहित शक्ति का प्रसार करने का प्रयास करना चाहिए।

ध्यान रहे, गत वर्ष चीन व भारत के बीच उड़ानों की आवाजाही बढ़ी है। चीन व भारत के बीच उड़ानें दोगुना बढ़ गई हैं, यह पर्यटन उद्योग के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। अब चीन व भारत के बीच हर हफ्ते 27 उड़ानें आ-जा रही हैं। दोनों देशों की राजधानी पेइचिंग-नयी दिल्ली उड़ान के अलावा, क्वांग च्यो-नयी दिल्ली उड़ान, शांगहाई-नयी दिल्ली उड़ान और खुनमिंग-कोलकात्ता उड़ान आदि भी हैं। अब चीन व भारत के बीच उड़ानें भरने वाली एयर कंपनियों में चीनी पूर्वी एयर लाईन्स, चीनी अंतरराष्ट्रीय एयर लाईन्स, चीनी दक्षिणी एयर लाईन्स और भारतीय एयर लाईन्स हैं। भारतीय जेट एयर लाईन्स भी इस वर्ष की मई में मुम्बई व शांगहाई के बीच उड़ानें शुरु करेगी। जबकि चीन की विभिन्न पर्यटन एजेंसियों ने भी भारतीय योग यात्रा , भारतीय कोस्ट यात्रा आदि लाईन्स खोली हैं। भारत यात्रा की चर्चा में सुश्री च्याओलीटा ने कहा,भारत जाने से पहले मुझे पता नहीं था कि क्या मिलेगा। लेकिन, भारत आने के बाद मैंने रंग बिरंगी दुनिया देखी और विभिन्न किस्मों का भारतीय खाना खाया। मैंने अनेक श्रेष्ठ फोटो भी खींचे हैं।

सुश्री च्याओलीटा ने खासकर भारत की रंग बिरंगी नृत्य-गान संस्कृति की प्रस्तुति की। पेइचिंग पर्यटन कार्यालय की स्थापना के अवसर पर भारत की मशहूर नृत्य कलाकार सुश्री लीला समसन के नेतृत्व वाला अतुल्य भारत नामक एक रात्रि समारोह पेइचिंग हॉटल में आयोजित किया गया। भारतीय राष्ट्रीय संगीत व नृत्य नाटक अकादमी के कलाकारों के अभिनय में भारतीय क्लासिकल नृत्य बोरोडो , कथक और ऑडिसी आदि नृत्यों ने लोगों को आकर्षित किया।परिचय के अनुसार, चीन के शांगहाई में भी प्रसार प्रचार की अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। विश्वास है कि दोनों देशों के एक दूसरे के यहां पर्यटन कार्यालय की स्थापना दोनों देशों की जनता के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान व समझ को और गहरा करेगी। पर्यटन कार्यालय की स्थापना के अर्थ की चर्चा में चीनी राष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो के प्रधान श्री श्याओ छी वेई ने कहा,चीन व भारत के बीच पर्यटन आदान-प्रदान व सहयोग और मजबूत किया जाएगा। हम भारत के पर्यटन तबके के साथ मिलकर आपसी लाभ वाला सहयोग करेंगे, समान विकास करेंगे, ताकि पर्यटन दोनों देशों की जनता के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान का महत्वपूर्ण माध्यम बन सके।