9 तारीख को चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष छ्यांगपा पूनछोग और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केन्द्रीय कमेटी के संयुक्त मार्चा कार्य के उप मंत्री सीथा ने पेइचिंग में पत्रकारों के साथ साक्षात्कार में कहा कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश सरकार ने तिब्बत में ऑलंपिक मशाल रिले की सुरक्षा व सफलता के आयोजन की पूरी तैयारी कर ली है, आशा है कि दलाई गुट अपनी सभी तरह की हिंसक व विभाजन कार्यवाहियों को बन्द करेगा, चीन सरकार का दलाई लामा के साथ बातचीत करने का द्वार अब भी खुला हुआ है। लिजीए सुनिए विस्तार से।
14 मार्च को चन्द गैरकानूनी व्यक्तियों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में तोड़ फोड़, मारपीट, लूटमार व आगजनी हिंसक घटना रची और 18 बेगुनाह लोगों को जला के मार डाला व उनकी हत्या कर डाली व 382 लोगों को घायल कर दिया। वर्तमान चीनी पुलिस द्वारा हासिल पर्याप्त सबूतों से साबित होता है कि 14 मार्च की हिंसक घटना दलाई गुट तथा उसके तिब्बत स्वाधीनता शक्तियों द्वारा सुयोजित रूप से संगिठत व भड़काई गयी घटना है। हाल ही में तिब्बत स्वाधीनतावादियों ने लंदन और पेरिस में पेइचिंग ऑलंपिक मशाल रिले की गतिविधियों में बाधा डालने की कुचेष्टा भी की थी, जिसे देश विदेश के विभिन्न जगतों के लोगों ने कड़ी निन्दा की है। योजनानुसार ऑलंपिक मशाल मई में विश्व के सबसे उंचे पर्वत छोमोलांगमा की चोटी में भी पहुंचायी जाएगी और जून में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के भीतर मशाल रिले का आयोजन भी किया जाएगा। श्री छ्यांगपा पुनछोंग ने इस पर चर्चा करते हुए कहा ऑलंपिक खेल चीनी राष्ट्र की सौ साल की अपेक्षा है। तिब्बत में ऑलंपिक मशाल रिले तिब्बती जनता का गौरव व उनकी जिम्मेदारी है, तिब्बत की विभिन्न जातीयों ने इस का हार्दिक स्वागत किया है और भारी समर्थन दिया है। हमने पूरी तैयारियां कर ली है और बेहतरीन इन्तेजाम भी कर लिया है, तिब्बत में ऑलंपिक मशाल रिले सुरक्षित व पूरी तरह सफल होगी।
श्री छ्यांगपा पुनछोंग ने कहा कि दलाई गुट के पेइचिंग ऑलंपिक को भंग कर राष्ट्र का विभाजन व तिब्बत स्वाधीनता की कुचेष्टा कभी भी सफल नहीं होगी। ऑलंपिक मशाल के छोंगमोलांगमा पर्वत पर चढ़ने व तिब्बत रिले के दौरान यदि किसी ने इसे भंग करने व तोड़ फोड़ करने की कोशिश की तो स्वायत्त प्रदेश सरकार अवश्य उसे कानूनी सजा दे कर ही रहेगी।
केंद्रीय सरकार और दलाई लामा के बीच संपर्क की स्थिति के बारे में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के उपमंत्री सीथा ने बताया, दलाई लामा के साथ वार्ता करने का हमारा द्वार खुला है ।लेकिन दलाई लामा गुट को सभी हिंसक गतिविधि ,पेइचिंग ऑलंपिक को भंग करने की सभी गतिविधियों और मातृभूमि को विभाजित करने की सभी गतिविधियों को त्याग देना होगा ,ताकि वार्ता के लिए बुनियादी शर्त तैयार की जा सेक ।इस साथ हम साफ शब्दों में कहना चाहते हैं कि हमें मातृभूमि व राष्ट्र की एकता बनाए रखने , लाखों तिब्बतियों के स्वामी अधिकार की सुरक्षा करने , जनता की जानी माली सुरक्षा की रक्षा करने और पेइचिंग ऑलंपिक की सफलता को सुनिश्चित करने का दृढ़ संकल्प है ।
ल्हासा में 14 मार्च को हुई हिंसा घटना शांत होने के बाद तिब्बत स्वायत्त प्रदेश सरकार और ल्हासा म्युनिसिपुल सरकार ने कारगर कदम उठाकर 380 घायल लोगों का इलाज किया और मारे गये 18 नागरिकों के परिवारों को विशेष भत्ता भी प्रदान किया है ।संबंधित विभागों ने नष्ट हुए बिजली व दूर संचार जैसे सार्वजनिक संस्थापनो की मरम्मत की है और क्षतिग्रस्त व्यवसायों व व्यापारियों को उदार नीति भी प्रदत्त की है । इस पर श्री छांगबो पुनकोग ने बताया
वर्तमान में ल्हासा शहर में उत्पादन और जीवन सामान्य बन चुका है । छात्र भी स्कूलों में पढ़ने के लिए वापस आ गये हैं । पोताला महल सहित तीर्थस्थलें सभी पर्यटकों के लिए खोले दिए गए हैं । बाजारों में भिन्न भिन्न मालों की सप्लाई पर्याप्त है और उन का दाम भी सुस्थिर है ।
पता चला है कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सकल उत्पादन मूल्य की वृद्धि दर सात सालों तक 12 प्रतिशत पर बनी रही है । गत वर्ष के अंत तक तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 90 प्रतिशत टाउनशिपों में राजमार्ग प्रशस्त किये गये हैं । सभी टाउनशिपों में टेलिफोन की सेवा उपलब्ध होने लगी है , दस लाख किसानों व चरवाहों के पेयजल सवाल का समाधान किया गया है । वर्ष 1964 के आंकड़े के अनुसार तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में तिब्बती जातीय जनसंख्या 12 लाख थी , जबकि आज यह बढ़कर 25 लाख तक जा पहुंची है , जो स्वायत्त प्रदेश की जनसंख्या के 95 प्रतिशत भाग से अधिक है । तिब्बती जनता देश के रुपांतर व विकास का लाभ उठा रही है ।