मा आयिंगशे अब तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के दूसरे जन अस्पताल में हैं, देखने में वह बहुत कमज़ोर है ।
उस का छोटा भाई उस संतरा खिला कर मानों उस की मदद कर रहा है। मा आयिंगशे ने कहा कि बदमाशों ने उन्हें दूसरी मंजिल से नीचे फैंक दिया और उस की कमर टूट गई ।
मा आयिंगशे के छोटे भाई मा यो ल्यांग ने 14 मार्च का अपना अनुभव बताया । उन्होंने कहा कि उस ने अपनी बड़ी बहन के साथ तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में एक रेस्तरां खोला । 14 मार्च की दोपहर बाद दो बजे रेस्तरां में दो व्यक्ति खाना खाने आए । इसी वक्त बाहर की सड़क पर बहुत भीड़ जमा हो गई । कुछ लोग पत्थरों से वाहनों को नष्ट कर रहे थे । हम रेस्तरां को बंद कर घर की दूसरे मंजिल पर पहुंचे। मैं ने देखा कि बदमाश पत्थरों, लकड़ियों, छुरियों का प्रयोग कर वाहनों और दुकानों को नष्ट कर रहे थे । उन्होंने एक 14 वर्षीय लड़की को पीटा, उस का चेहरा खून से लथपथ था।
रात को आठ बजे बदमाश हमारे रेस्तरां पहुंचे और द्वार को नष्ट कर अंदर घुस आए । उन्होंने मकान में टी.वी.सेट. फ्रिज़, डी.वी.डी. और मोटर साइकिल को बाहर निकाल कर उन में आग लगा दी । घर में एक लाख 80 हज़ार य्वान छीन लिए । मुझे और बदमाशों ने मेरी बड़ी बहन को दूसरी मंजिल से नीचे गिराया ।
तिबब्त स्वायत्त प्रदेश के दूसरे जन अस्पताल के डाक्टर ने संवाददाता से कहा कि मा आयिंगशे की कमर टूट गई है और उस की स्थिति गंभीर है। (श्याओ थांग)