2008-04-08 16:30:40

ल्हासा में एक कानसू वासी का अनुभव

इस वर्ष के 14 मार्च को कुछ चंद व्यक्तियों ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा में संगठनात्मक तोड़फोड़, लूटमार और आगजनी की हिंसक कार्रवाई की । उन्होंने स्कूलों, अस्पतालों और बाल केंद्रों, दुकानों तथा नागरिकों के रिहायशी मकानों को आग लगायी, वाहनों को नष्ट किया, दूसरे लोगों का सामान छीना और बेगुनाह नागरिकों व पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की ।

ल्हासा के पूर्वी पेइचिंग मार्ग में सोफ्ट ड्रिंक का थोक व्यापार करने वाले व्यापारी श्री मा उत्तर पश्चिमी चीन के कान सू प्रांत वासी हैं । उन्होंने अपने सिर पर आई चोट को दिखाते हुए संवाददाता से कहा कि वह समय बहुत खतरनाक था । मेरे सिर पर चाकू से प्रहार किया गया । ल्हासा जन अस्पताल ने शीघ्र ही मेरा बचाव किया । वरना मैं मर जाता ।

श्री मा ने संवाददाता से कहा कि 14 मार्च को दोपहर बाद डेढ़ बजे पेइचिंग मार्ग पर दुर्घटना हुई । उन्होंने अपनी दुकान बंद की और पूर्व की ओर दौड़े । रास्ते में कुछ व्यक्तियों ने उन से मारपीट की और चाकू से सिर पर प्रहार काटा । श्री मा ने कहा कि उस समय मैं ने आगे दौड़ने की कोशिश की । जब ल्हासा जन अस्पताल तक पहुंचा, तो अस्पताल के कर्मचारियों ने मेरा इलाज किया और मैं बच गया ।

श्री मा ने कहा कि उस की दुकान लूट ली गई, ल्हासा में आठ साल से व्यापार करते थे । इस घटना से उन्हें सात लाख 50 हज़ार य्वान की क्षति पहुंची । (श्याओ थांग)