2008-04-07 14:20:14

चीन के मुख्य समाचार पत्र जन दैनिक पर कानून के अनुसार संचालन करने वाले देश में हिंसक आपराध का सहन नहीं करता है शीर्षक नामांकित लेख छपा है

चीन के मुख्य समाचार पत्र जन दैनिक पर 7 अप्रैल को नामांकित लेख छेपा है, जिसका शीर्षक है कानून के अनुसार संचालन करने वाले देश में हिंसक आपराध का सहन नहीं करता है

लेख में कहा गया है कि 14 मार्च से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा और अन्य तिब्बती क्षेत्रों में कुछेक डाकुओं द्वारा आम लोगों पर हमला किया जाने की हालत लोगों को बहुत शोक लगा। जो आदमी उस के पास सहृदयता है तो उसे डाकुओं की आपराधिक कार्यवाहियों पर नाराज हुआ है, आम लोगों के प्रति शोक लगा और कानून के अनुसार सरकार की कदम पर खुशी लगी।

लेख में कहा गया है कि कानून को न देखकर हिंसा के जरिए पृथकतावादी कुचेष्टा अपनाना दलाई गुट का हमेशा हरकत है। इस कार्यवाही की निंदा की जाने के समय दलाई गुट ने पृथकतावादी हरकत को शांतिपूर्ण प्रदर्शन बताया, और हिंसक कार्यवाहियों को जातीय मुठभेड़ बताया और तिब्बत स्वतंत्रता की कुचेष्टा को मध्य मार्ग बताया, ताकि लोगों की आंखों व कानों पर पर्दा डाल सके।

लेख में यह भी कहा गया है कि इतिहास व तथ्य के सामने दलाई गुट ने शांति को हिंसा पर पर्दा डालने और लिपि खेल से पृथकतावाद की स्वरूप पर पर्दा डालने की साजिश रची, यहांतक जातीय संबंध को भड़काने के जरिए तिब्बत की स्वतंत्रता की कुचेष्टा पर अमल किया। यह एक विशाल पत्थर उठाकर अपने ही पांव तोड़ डालने के बराबर है।