2008-04-06 17:06:49

तिब्बत की हिंसक घटना की सच्चाई पर विभिन्न देशों के इंटरसीटीजनों ने भारी प्रतिक्रिया की

इधर के दिनों में सी. आर. आई आंलाइन के 39 विदेशी भाषाओं की वेबसाईटों पर तिब्बत की हिंसक घटना की सच्चाई की रिपोर्ट दी गई है, इस पर विभिन्न देशों के इंटरसीटिजनों ने भारी प्रतिक्रियांए की हैं। इंटरसीटिजनों ने क्रमश:पत्र या फोन से अपने अपने रूख व्यक्त किए ।

इटली के एक इंटरसीटिजन ने कहा कि तिब्बत में हुई तोड़-फोड़, मारपीट, लूटमार व आगजनी की हिंसक घटना से तिब्बत की शांती व स्थिरता को नुकसान पहुंचा है। जर्मनी के एक इंटरसीटिजन श्री हल्मुट माट्ट ने ई-मेल भेजकर कहा कि चीन विरोधी शक्तियों व तिब्बत की स्वाधीनता के पक्षधरों ने साथ मिलकर वर्तमान हिंसक कार्रवाईयों की साजिश रची है, जिस का लक्ष्य पेइचिंग ऑलंपियाड व चीन के अंतर्राष्ट्रीय साखा को नुकसान पहुंचना हैं। स्पेन, चेक और मोनाको आदि देशों के इंटरसीटिजनों ने भी अलग अलग तौर पर ई-मेल भेजकर ऑलंपियाड का राजनीतिकरण करने का विरोध किया।

दक्षिण व मध्य अमरीकी देशों के इंटरसीटिजनों का विचार है कि दलाई गुट द्वारा संगठित व आयोजित हाल ही की हिसंक घटना एक खुले आम आपराधिक कार्रवाई है।

इस के अलावा इंटरसीटिजनों ने कहा कि उन्होने दलाई गुट की नकली करूणा, असली हिंसा के चेहरे को पहचान लिया है , और वे चीन सरकार के संबंधित कदमों का समर्थन करते हैं और उन्हे विश्वास है कि चीन पेइचिंग ऑलंपियाड का अच्छी तरह आयोजन करने में पूरी तरह सक्षम है।

(वनिता)