2008-04-03 10:13:14

आज बर्फीले शहर के प्राचीन निर्माण लाह्सा शहर के नये रमणीय पर्यटन स्थल का रूप ले चुके हैं

आज बर्फीले शहर के प्राचीन निर्माण लाह्सा शहर के नये रमणीय पर्यटन स्थल का रूप ले चुके हैं और वे तिब्बत के इतिहास व संस्कृति को दर्शाने वाला नया झरोख भी बन गये हैं । पर्यटक यहां के एक प्रदर्शित स्थल पर तत्स्थलीय क्रियाओं के माध्यम से तिब्बत की जातीय परम्परागत दस्तकारी वस्तु , थांगका चित्रण , मिट्टी मूर्ति और जौ मदिरा बनाने की पूरी प्रक्रिया देख पाते हैं और पर्यटक स्वयं भाग लेने में बड़ी रूचि ले सकते हैं , जिस से तिब्बत के इतिहास व संस्कृति को और गहन व सजीव रूप से पहचान सकते हैं । बर्फीले शहर के रमणीय पर्यटन स्थलों में पुराने तिब्बत की स्थानीय सरकारी संस्थाएं भी बहचर्चित है । पर्यटक बर्फीले शहर में जेल , पुराने तिब्बत की सरकार द्वारा अपराधियों को नजरबंद करने वाले कारावास और अपराधियों को मौत की सजा देने वाले स्थल को भी देख सकते हैं ।

प्रिय श्रोताओ , ल्हासा शहर में स्थित पोताला महल के बगल में खड़े बर्फीले शहर के दौरे पर हम गये हैं , पर आज हम आप के साथ इसी बर्फीले शहर का दौरा जारी रखेंगे और यहां पर सुरक्षित पुराने निर्माणों को देखेंगे । बर्फीले शहर के प्राचीन निर्माणों को 2007 में विधिवत रूप से सार्वजनिक होने के बाद अंगिनत देशी विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया गया है । प्रतिदिन पोताला महल के बर्फीले शहर के गेट के सामने पर्यटकों की लम्बी लाइन लगी हुई दिखाई देती है । टिकट बिक्रि विभाग में कार्यरत कर्मचारी त्सेरन ने बड़ी प्रसन्नता के साथ हमारे संवाददाता को बताया हररोज कई सौ पर्यटक यहां देखने आते हैं , इतना ही नहीं , बहुत सी ईकाइयों , विश्वविद्यालयों , मिडिल स्कूलों व प्राईमरी स्कूलों के संबंधिक विभाग ग्रुपों के रूप में यहां देखने में हमारे साथ सम्पर्क करते हैं , हमारे पर्यटन स्थल के अंदर व बाहर पर्यटकों की भीड़ सुबह से शाम तक नजर आती है ।

आज बर्फीले शहर के प्राचीन निर्माण लाह्सा शहर के नये रमणीय पर्यटन स्थल का रूप ले चुके हैं और वे तिब्बत के इतिहास व संस्कृति को दर्शाने वाला नया झरोख भी बन गये हैं । पर्यटक यहां के एक प्रदर्शित स्थल पर तत्स्थलीय क्रियाओं के माध्यम से तिब्बत की जातीय परम्परागत दस्तकारी वस्तु , थांगका चित्रण , मिट्टी मूर्ति और जौ मदिरा बनाने की पूरी प्रक्रिया देख पाते हैं और पर्यटक स्वयं भाग लेने में बड़ी रूचि ले सकते हैं , जिस से तिब्बत के इतिहास व संस्कृति को और गहन व सजीव रूप से पहचान सकते हैं । बर्फीले शहर के रमणीय पर्यटन स्थलों में पुराने तिब्बत की स्थानीय सरकारी संस्थाएं भी बहचर्चित है । पर्यटक बर्फीले शहर में जेल , पुराने तिब्बत की सरकार द्वारा अपराधियों को नजरबंद करने वाले कारावास और अपराधियों को मौत की सजा देने वाले स्थल को भी देख सकते हैं , जी हां , बर्फीले शहर का मुद्रा बनाने वाला कारखाना और पुराने तिब्बत का सरकारी मुद्रा बनाने का स्थल भी देखने लायक हैं । पर्यटक इन स्थलों के जरिये तत्कालीन तिब्बत की वित्तीय व आर्थिक स्थितियों के बारे में जानकारियां प्राप्त कर लेते हैं । यहां के खानसू और लुंगशा निवास स्थान तत्कालीन कुलीनों व खानदानों के रहने स्थल हैं , ये स्थल अपनी भव्यता से पर्यटकों को मोह लेते हैं ।

बर्फीले शहर का दौरा करते करते थक जाने पर पर्यटक पास में खड़े छांग छांग नामक बार में विश्राम भी कर सकते हैं । यह बार 17 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में पोताला महल के पुनर्निर्माण के दौरान महल में खड़े रक्षा देवता को पवित्र मदिरा भेंट करने के लिये बनाया गया । अब यहां पर जौ मदिरा बनाने वाला स्थल भी कायम हुआ है , पर्यटक यहां बैठकर स्वादिष्ट स्थानीय पकवान चखने के साथ साथ शाही वाद्य यंत्रों को बजाने का अभिनय देख सकते हैं और जौ मदिरा बनाने की पूरी प्रक्रिया देखने और ताजा मदिरा पीने में बड़ी दिलचस्पी भी लेते हैं । पेइचिंग शहर से आयी पर्यटक सुश्री वांग ली ने हमारे संवाददाता से कहा कि बर्फीले शहर के दौरे से पिछले दसियों सालों में तिब्बत के विकास में हुए परिवतर्न उस ने अपनी आंखों से देख लिये हैं ।

उस का कहना है कि बर्फीला शहर देखने के बाद मैं ने तिब्बत के पोताला महल के बारे में और गहराई में समझ लिया है , अब मेरी समझ में एक सर्वांगीर्ण , वास्तविक और ऐतिहासिक पोताला महल आ गया है ।

प्रिय श्रोताओ , नये खुले बर्फीले शहर पर्यटन स्थलों में तिब्बत की आम रूपरेखा प्रदर्शनी , तिब्बत की स्थानीय मुद्राएं प्रदर्शनी , तिब्बत के भवन निर्माण विशेषांक प्रदर्शनी , पोताला महल के संरक्षण व मरम्मत विशेषांक प्रदर्शनी , तिब्बती लिपी कला प्रदर्शनी और तिब्बती लिपी औजार प्रदर्शनी जैसी छै विशेष प्रदर्शनियां भी लगी हुई हैं । बर्फीले शहर के खुलने से न सिर्फ और बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटक तिब्बत की विशेष परम्परागत जातीय सांस्कृतिक छवि देख पाते हैं , बल्कि बर्फीले शहर के मुद्रा कारकाने के दौरे से तिब्बती मुद्राओं के परिवर्तित इतिहास को देख सकते हैं । जबकि पी शी , खान सू , थुंग पो और लुंग शा इन चार प्रसिद्ध आलीशान कुलीन खानदान निवास स्थानों को देखने से पर्यटक पुराने तिब्बत के रहन सहन को संपूर्ण व सुव्यवस्थित रूप से समझ लेते हैं ।