चीनी अखबार चीन-दैनिक ने 2 तारीख को यीत्वो नामक व्यक्ति का 《दलाई की तथाकथित वास्तविक वार्ता में क्या विषय है》 नामक लेख प्रकाशित किया ।
लेख में कहा गया है कि दलाई ने हाल में कहा था कि "उन का मध्यम रास्ते का रूख नहीं बदला है","आशा है कि चीनी नेता अपनी बुद्धि का प्रयोग कर तिब्बती लोगों के साथ वास्तविक शांति वार्ता करेंगे।" तो आखिरकार दलाई का"मध्यम रास्ता"क्या है?वार्ता व सलाह मशविरे के जरिए दलाई चीन की केंद्र सरकार से क्या चाहता है?
लेख में कहा गया है कि वर्ष 1987 और वर्ष 1988 में दलाई ने अलग-अलग तौर पर"तिब्बत की शांति का पांच सूत्रीय प्रस्ताव"और"सात सूत्रीय नया प्रस्ताव " एवं "मध्यम रास्ता"पेश किए । तथाकथित"मध्यम रास्ता"प्रस्ताव में तिब्बत की प्रभुसत्ता को स्पष्ट नहीं किया गया, तिब्बत की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था को नकारा गया, इतिहास में गैरमौजूद"बड़े तिब्बती क्षेत्र"की खोज की गई और इन क्षेत्रों में रहने वाले दूसरी जातियों के लोगों का स्थानांतरण करने और चीनी सेना को यहां से हटाने का अनुरोध किया गया ।
लेख में कहा गया है कि यह"मध्यम रास्ता"नहीं है, जिस से स्पष्टतः जाहिर है कि दलाई तिब्बत चीन का विभाजन करना चाहता है, जिस से चीन में गड़बड़ी पैदा होगी । (श्याओ थांग)