2008-04-01 19:24:57

शिनह्वा समाचार एजेंशी ने समीक्षा जारी कर तिब्बत के मानवाधिकार पर पक्षपातपूर्ण नज़र न डालने को कहा

चीनी समाचार एजेंसी शिन ह्वा ने पहली तारीख को टिप्पणी प्रकाशित कर तिब्बत के मानवाधिकार पर पक्षपातपूर्ण नज़र न डालने की बात कही है ।

टिप्पणी में कहा गया है कि लम्बे अर्से से कुछ पश्चिमी लोग दोहरा मापदंड अपनाकर तिब्बत के तथाकथित मानवाधिकार सवाल पर आरोप लगा रहे हैं । 14 मार्च को ल्हासा में हुई हिंसक घटना के बाद पहले की तरह उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर गैर जिम्मेदाराना कथन दिए । कुछ चंद व्यक्तियों ने तिब्बती नागरिकों की स्वतंत्रता और मानवाधिकार की आड़ में हिंसा, मारपीट, लूटमार और आगजनी की कार्रवाई को शांतिपूर्ण जूलुस कहा, उन्होंने चीन सरकार द्वारा कानून के अनुसार जनता के जान-माल की सुरक्षा तथा सामाजिक स्थिरता को बनाए रखने वाली गतिविधि को हमला कहा ।

टिप्पणी में कहा गया है कि अनगिनत तथ्यों से जाहिर है कि 14 मार्च को ल्हासा में हुई हिंसक घटना मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है, सामाजिक स्थिरता को अस्थिर बनाने और जनता के जान-माल को क्षति पहुंचाने वाली हिंसक अपराधपूर्ण कार्रवाई है । (श्याओ थांग)