सुश्री च्यांगय्वी ने कहा कि पिछले पचास वर्षों में दलाई लामा ग्रुप इतिहास को तोड़-मरोड़ कर जातीय अंतरविरोधों को उत्तेजित कर चीन की सामाजिक स्थिरता को नष्ट करता रहा है , जिस का मकसद तिब्बत की स्वतंत्रता की खोज करना है । हाल में दलाई लामा ग्रुप की उत्तेजना पर ल्हासा और अन्य तिब्बती बहुल क्षेत्रों में तोड़फोड़, लूटमार और आगजनी वाली हिंसक घटनाएं हुईं, जिस से जनता के जान-माल की सुरक्षा को भारी नुक्सान पहुंचाया गया । सारे देश की विभिन्न जातियों की जनता में बड़ा क्रोध भड़क उठा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस की कड़ी निंदा की । इस घटना से एक बार फिर जाहिर हुआ है कि विश्व की जनता के सामने पेश की गई दलाई की अहिंसा की पोल एकदम खुल गयी है । तथ्यों से जाहिर है कि दलाई लामा झूठ से भरा तथाकथित"अपील पत्र"जारी कर ल्हासा में हुई हिंसक घटना के संबंध से छुटकारा पाना चाहता है , उस की कुचेष्टा विफल होकर ही रहेगी ।
सुश्री च्यांगय्वी ने कहा कि दलाई एक तरफ़ केंद्र सरकार के साथ वार्ता करने की बात कहता है, दूसरी तरफ़ वह सामाजिक तोड़फोड़ की स्थिति बना रहा है, पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह को नष्ट करना चाहता है, जिस में विश्व के विभिन्न देशों की जनता व खिलाड़ियों की भारी जिज्ञासा है। इस से वार्ता के आधार को गंभीर रूप से नष्ट किया गया है। अगर दलाई सच्चे माइने में चीन की केंद्र सरकार के साथ वार्ता व संपर्क करना और मातृभूमि के बड़े परिवार का सदस्य बनना चाहता है, तो वह शीघ्र ही मारपीट, लूटमार और आगजनी वाली हिंसक घटना की उत्तेजना , पेइचिंग ऑलंपियाड को नष्ट करने की गतिविधि और मातृभूमि से तिब्बत को अलग करने की कार्रवाई को बंद कर दे । (श्याओ थांग)