संवाददाताओं ने ल्हासा शहर में देखा कि गंभीर रुप से बर्बाद हुईं दुकानों को छोड़कर, हल्के नुकसान वाली दुकानों में सौदेबाज़ी शुरू होने लगी है, और शेल्फों पर रंगबिरंगा माल दिखाई पड़ने लगा है । ल्हासा के नागरिकों ने बताया कि दुकानों की बहाली से उनका जीवन सुविधापूर्ण हुआ है ।
14 मार्च हिंसक घटना के दौरान ल्हासा में नौ सौ दुकानों को गंभीर या हल्के तौर पर बर्बाद किया गया । स्वायत्त प्रदेश सरकार ने उन दुकानदारों को चुंगी-निःशुल्क और भत्ता देने जैसी उदार नीति अपनायी ।