ल्हासा के सांस्कृतिक अवशेष विभाग से मिली खबर के अनुसार पोटाला महल और नार्बुलिनका के भीत्ति चित्रों का मरम्मत कार्य पूरी तरह समाप्त किया जा चुका है । इस काम में अलग-अलग तौर पर दो हज़ार वर्ग मीटर और 698 वर्ग मीटर वाले भीत्ति चित्रों का जीर्णोद्धार किया गया है । सागा मठ के भीत्ति चित्र का मरम्मत सब से कठिन काम रहा है, जहां 2100 वर्गमीटर से अधिक बड़े भीत्ति चित्र का जीर्णोद्धार किए जाने की आवश्यकता है । वर्तमान में आधा भाग पूरा किया गया है।
पता चला है कि वर्ष 2002 के जून माह में तिब्बत के उक्त तीन महत्वपूर्ण सांस्कृतिक अवशेषों के भीत्ति चित्रों का जीर्णोद्धार कार्य शुरू हुआ था, जिस में 33 करोड़ य्वान की पूंजी लगाई गई है। (श्याओ थांग)