2008-03-31 16:51:33

हाजिकस्तान ऑलंपिक समिति के महासचिव के साथ विशेष साक्षात्कार

पेइचिंग ऑलंपिक की पवित्र मशाल 1 अप्रैल को हाजिकस्तान की राजधानी अरामुटू पहुंचेगी और 2 अप्रैल को मशाल रिले की गतिविधि आयोजित होगी ।हाल ही में हमारे संवाददाता ने हाजिकस्तान की ऑलंपिक समिति के महासचिव थ्यमुर थोसमपियटोफ के साथ एक विशष साक्षात्कार किया । सुनिए ,इस के बारे में एक रिपोर्ट ।

श्री थोसमपियटोफ माडन पेनटाटलोन खिलाडी थे ।उन्होंने वर्ष 1982 में विश्व चैंपियनशिप जीती थी । अरामुदू में आयोजित होने वाली पेइचिंग ऑलंपिक मशाल रिले में वे चौथी बार मशालधारक होंगें । हमारे संवाददाता के साथ हुई बातचीत में उन्होंने सब से पहले हाजिकस्तान के खिलाडियों की ओर से चीनी दोस्तों को धन्यवाद दिया ,क्योंकि चीन के बाहर मशाल रिले का पहला पडाव अरामुदू में ही है ।उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि ऑलंपिक की पवित्र मशाल हाजिकस्तान में पहुंचेगी । इस का बडा महत्व है । पेइचिंग ऑलंपिक मशाल की अगवानी में अरामुदू विश्व के सामने अपना विशेष आकर्षण दिखाएगा । उन्होंने कहा ,इतिहास में यह पहली बार है कि ऑलंपिक की पवित्र मशाल हाजिकस्तान से हो कर गुज़रेगी। हाजिकस्तान के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण बात है । हमारे देश के सभी लोग इस से बहुत उत्साहित हैं ।ऑलंपिक मशाल रिले की गतिविधि ऑलंपिक आंदोलन ,खेलकूद व स्वस्थ जीवन जीने के ढंग का प्रचार है ।और साथ ही विश्व शांति व ऑलंपिक भावना का प्रचार भी ।

हाजिकस्तान में ऑलंपिक मशाल रिले के आयोजन के खास महत्व की चर्चा करते हुए श्री तोसमपियटोफ ने कहा ,मुझे विश्वास है कि ऑलंपिक मशाल रिले की गतिविधि हाजिकस्तान के खेल के विकास को बड़ा बढ़ावा देगी । टीवी पर भव्य प्रोग्राम का प्रसारण होगा । विशेषकर जवान व बच्चे अपनी आंखों से ऑलंपिक मशाल देख सकेंगे ,जिस से उन्हें खेलकूद में भाग लेने की प्रेरणा मिलेगी ।इस का मतलब यह नहीं है कि हर व्यक्ति ऑलंपिक चैंपियन बनने की कोशिश करेगा। किंतु नागरिकों की शारीरिक मजबूती पूरे देश व जाति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ।

हाजिकस्तान की ऑलंपिक समिति के महासचिव के नाते श्री तोसमपियटोफ अकसर खेल प्रतिनिधि मंडल को लेकर विश्व में विभिन्न जगहों पर जाते रहते हैं ।वे अनेक बार पेइचिंग भी आए हैं ।पेइचिंग के अनुभव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा ,मैं अकसर पेइचिंग जाता हूं । इधर के बीस सालों में पेइचिंग का कायापलट हो गया है ।वहां के संस्थापन बहुत अच्छे हैं ।पेइचिंग एक बहुत सुंदर शहर बन गया है ।खेल के विकास में पेइचिंग ने बडी प्रगति प्राप्त की है ।हाजिकस्तान और चीन के संबंध बहुत अच्छे हैं ।पेइचिंग ऑलंपिक मशाल का आगमन दोनों देशों की जनता की आपसी मैत्री को बढ़ाएगा ।

श्री तोसमपियटोफ ने पेइचिंग ऑलंपिक खेल समारोह की तैयारी के काम का उच्च मूल्यांकन किया ।उन्होंने कहा,मुझे पक्का विश्वास है कि पेइचिंग ऑलंपिक सब से अच्छा और सब से आकर्षक ऑलंपिक बनेगा ।पेइचिंग के खेल संस्थापनों का विशेष आकर्षण है । मु्ख्य स्टेडियम बर्ड-नेस्ट यानिकि पक्षी का घोंसला और राजकीय तैराकी स्टेडियम वाटर-क्यूब उल्लेखनीय इमारतें हैं । ऑलंपिक गांव अधिकांश स्टेडियमों से दूर नहीं है ।यातायात बहुत सुविधाजनक है ।इस के अलावा ऑलंपिक देखने जाने वाले दर्शक व पर्यटक पेइचिंग के व्यापक मेटरो जाल की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे ।

वर्ष 2000 सिडनी ऑलंपिक में हाजिकस्तानी खेल प्रतिनिधि मंडल 3 स्वर्ण-पदक और 4 रजत-पदक जीत कर पदक तालिका में 22वें स्थान पर रहा था । वर्ष 2004 एथेंस ऑलंपिक में हाजिकस्तानी खेल प्रतिनिधि-मंडल 1 स्वर्ण-पदक, 4 रजत-व 3 कांस्य-पदक जीत कर पदक-तालिका में 40वें स्थान पर रहा । वर्ष2008 पेइचिंग ऑलंपिक में हाजिकस्तानी खेल प्रतिनिधि मंडल के भविष्य की चर्चा करते हुए श्री तोसमुपियटोफ ने कहा कि हाजिकस्तान के खेल विकास के लिए ऑलंपिक की बडी भूमिका है । पेइचिंग ऑलंपिक की हिस्सेदारी के लिए संबंधित काम जोरों पर है ।अब हाजिकस्तान के खिलाडी क्वालीफाई करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं । अनुमान है कि कोई सौ खिलाडी पेइचिंग ऑलंपिक में भाग लेंगे ।उन्होंने कहा कि बाक्सिंग व कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों में हाजिकस्तान के खिलाडी पदक पाने की पूरी कोशिश करेंगे ।

ऑलंपिक मशाल रिले की गतिविधि के बाद अरामूदू में आयोजित होने वाला एक दूसरा बडा खेल इवेंट वर्ष 2011 में होने वाला सातवां एशियाई शीतकालीन खेल समारोह है । पूर्व सोवियत-संघ के विघटन के बाद हाजिकस्तान ने तीसरे एशियाई शीतकालीन खेल समारोह में भाग लिया था और अपनी मजबूत शक्ति से एशियाई खेल के ढांचे को बदल दिया । वर्ष 2007 दोहा एशियाड में हाजिकस्तान पदक-तालिका में चौथे स्थान पर रहा । इस साल उत्तरी चीन के चांग छुएं शहर में आयोजित छठे एशियाई शीतकालीन खेल समारोह में हाजिकस्तान ने 6 स्वर्ण ,6 रजत और 6 कांस्य पदक जीतकर चौथा स्थान प्राप्त किया । 2011 एशियाई शीतकालीन खेल समारोह मध्य एशिया में होने वाला पहला बडे पैमाने वाला खेल समारोह होगा ।इस के प्रति श्री तोसमपियटोफ ने कहा ,चीन के चांग छुएं में हम ने एशियाई शीतकालीन खेल समारोह का झंडा लिया है। ऑलंपिक मशाल रिले अरामूतू के लिए विज्ञापन है ,जो विश्व को इस शहर की छवि दिखाएगी .हम न सिर्फ ऑलंपिक मशाल रिले और शीतकालीन एशियाड का आयोजन करेंगे ,बल्कि बाद में ऑलंपिक का आयोजन भी करेंगे ।पेइचिंग ऑलंपिक मशाल 2011 शीतकालीन एशियाड के खेल मैदान से गुजरेगी ,जिस से न सिर्फ ऑलंपिक भावना का प्रचार होगा ,बल्कि शीतकालीन खेल व वर्ष 2011 शीतकालीन एशियाड का प्रचार भी होगा।

साक्षात्कार में श्री तोसमपियटोफ ने बल देकर कहा कि वे राजनीतिक सवाल और ऑलंपिक को जोडने का विरोध करते हैं । उन्होंने कहा, मैं राजनीतिक सवाल और ऑलंपिक को जोडने का विरोध करता हूं । प्राचीन ऑलंपिक परंपरा के अनुसार ऑलंपिक पवित्र मशाल प्रज्वलित किये जाने के बाद सभी को लड़ाई बंद कर देनी चाहिए ,जिस का प्रतीकात्मक महत्व है । यह जाहिर है कि कि ऑलंपिक आंदोलन शांति का आंदोलन है ।

हमारे संवाददाता के साथ हुई बातचीत के अंत में श्री तोसमपियटोफ ने चीनी भाषा में पेइचिंग ऑलंपिक की सफलता के लिए शुभकामना दी ।