2008-03-29 15:40:16

तिब्बती धार्मिक जगत ने दलाई लामा से देश के एकीकरण को भंग करने की न कोशिश करने का आग्रह किया

तिब्बत के धार्मिक जगत के लोगों ने 28 तारीख को चीनी व विदेशी मीडिया के माध्यम से 14 वें दलाई लामा से चीन के संविधान व कानून का पालन करके देश के एकीकरण व जातीय एकता को भंग करने की कोशिश न करने का आग्रह किया ।

जुखांग . थुतिंगखचु आदि अनेक जीवित बुद्धों और विद्वानों ने 28 तारीख को देश विदेश की 19 मीडिया शाखाओं के साथ इंटरव्यू में कहा कि दलाई लामा को तिब्बत स्वावधीनता का रूख त्याग देना और अपनी सभी विभाजनवादी कार्यवाहियों को बन्द करना चाहिए । इसी पूर्वशर्त में उन के लिए केन्द्र सरकार के साथ संपर्क करने का रास्ता सुगम है ।

चीनी बौद्ध धर्म संघ की तिब्बती शाखा के अध्यक्ष , जीवित बुद्ध जुखांग. थुतिंगखचु ने कहा कि दलाई गुट द्वारा रचित और संगठित मारपीट , तोड़फोड़ , लूटमार और आगजनी की कार्यवाही देश के संविधान व कानूनों के खिलाफ है और उस ने बौद्ध धर्म के शील नियमों का उल्लंघन किया है ।

चीनी बौद्ध संघ की तिब्बती शाखा के उपाध्यक्ष जीवित बुद्ध तानजङछिले ने आशा व्यक्त की कि देश विदेश की मीडिया वस्तुगत दृष्टि से इस हिंसा घटना के बारे में सही रिपोर्ट देंगी , ताकि विश्व को इस वारदात की असलियत पता चले ।