बेरू के राष्ट्रपति गार्सिआ, मध्य अफ्रीका के राष्ट्रपति भवन की दफ्तर के प्रधान गबेजेरा, पूर्वी तिमोर के विदेश मंत्री दा कोस्टा, अल्जीरिया के विदेश मंत्री मेदेल्सी, थाईलैंड के विदेश मंत्रालय, पर्मा के विदेश मंत्रालय, कतर के विदेश मंत्रालय, गोलम्बिया के विदेश मंत्रालय और जिली के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तिब्बती मामलात बिलकुल चीन की अंतरूनी मामलात है। तिब्बत चीन की प्रादेशिक भूमि का एक अखंडनीय भाग है। वे लोग चीन द्वारा देश की प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता में प्रयास का समर्थन करता है।
अभी तक, कुल 120 देशों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने विभिन्न तरीकों से चीन का समर्थन करने का रूख प्रकट किया।