इधर के वर्षों में चीन सरकार ने तिब्बत के कृषि व चरवाहा क्षेत्रों के लिए अधिक सहायता मुद्दों का प्रबंध किया है , और वहां के किसानों व चरवाहों के जीवन में उल्लेखनीय सुधार किया है ।
किसान व चरवाहे तिब्बती जनसंख्या का 80 प्रतिशत भाग हैं । वर्ष 2006 से तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने किसानों व चरवाहों के पुनर्वास की परियोजना में 1 अरब 70 करोड़ य्वान खर्च किया है । भावी तीन अरब य्वान की सहायता पूंजी का अधिकांश भाग, चरवाहों के पुनर्वास , शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने मकानों के रिहायशी मकानों के पुनानिर्माण आदि में लगाया जाएगा । वर्ष 2010 तक 80 प्रतिशत तिब्बती किसानों व चरवाहों को पक्के रिहायशी मकान दिलाने की योजना भी तैयार है । साथ ही तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में बुनियादी उपकरणों के निर्माण तथा शिक्षा , स्वास्थ्य , और सांस्कृतिक कार्यों के विकास को भी गति दी जाएगी ।
वर्ष 1995 से चीन के विभिन्न भीतरी क्षेत्र भी तिब्बत की सहायता करने की पंक्ति में शामिल होने लगे हैं। बाह्य सहायता के समर्थन से पिछले सात सालों में तिब्बती अर्थतंत्र की वृद्धि दर 12 प्रतिशत पर बनी हुई है । किसानों व चरवाहों की शुद्ध आय भी 5 सालों से दो अंकों में है ।