2008-03-26 12:59:12

तिब्बत में विदेशियों ने ल्हासा हिंसक घटना की गवाही पेश की

ल्हासा में हुई तोड़ फोड़, मारपीट, लूटमार व आगजनी वाली गंभीर हिंसक घटना के विदेशी प्रत्यक्षदर्शियों ने हमारे संवाददाताओं को बताया कि वे इन दंगयों की हिंसक कार्रवाइयों पर जबरदस्त रोष प्रकट करते हैं।
 
  अमरीका से आए तिब्बती गरीब उन्मूलन कोष संगठन के निदेशक टोनी ग्लेसन ने 14 तारीख को चारों तरफ भागते लोगों की हालत व उनके घबराहट भरे चेहरे देखे थे । उन्होंने कहा कि एक समूह के नौजवान ईंटों व पत्थरों से सड़क पर वाहनों पर वार कर रहे थे। श्री ग्लेसन ने कहा कि मैं नहीं जानता कि इतने सारे ईंट व पत्थर कहां से आए थे, लगता है ये बहुत पहले से ही तैयार कर रखे जा चुके थे।
 
  स्वीडन के पर्यटक यांगनए ने कहा कि शुरू में उन्होंने शीशों को तोड़ने की आवाजें सुनीं, इस के बाद देखा कि एक समूह लोग पेइचिंग सड़क में दुकानों व वाहनों में आग लगा रहे थे और मासूम लोगों को घेर कर उनकी मारपिटाई कर रहे थे, चारों तरफ हंगामा मचा हुआ था। उनकी यह हिंसक कार्रवाइयां एकदम पागल की तरह थीं।
 
  स्लोविनीया के उसुला ने कहा इसी दिन उन्होंने देखा कि बहुत से नौजवान हाथ में लम्बे डंडे व पत्थर लिए यात्रियों का पीछा कर रहे थे, उन्होंने वाहनों को पलट डाला, उन में आग लगा दी और सड़क किनारे दुकानों की तोड़ फोड़ व लूटमार की। उन्होंने कहा कि यह सरासर एक सुयोजित घटना है, कम से कम पहले से रची गयी एक साजिश है।
 
  स्वीडन के यात्री यांगनए ने कहा कि उन्होंने पुलिस को दंगयों पर गोली चलाने की कोई कार्रवाई नहीं देखी।