2008-03-26 12:38:39
शिंगहवा न्यूज एजेन्सी की समीक्षा ने कथित तिब्बत स्वतंत्रता की असलियत का पर्दाफाश किया
तिब्बत स्वतंत्रता की असलियत का पर्दाफाश करने के लिए चीनी राष्ट्रीय संवाद समिति शिंगहवा न्यूज एजेन्सी के पत्रकारों ने हाल ही में अनेक तिब्बत शास्त्र के अनुसंधानकर्ताओं और अकादमिशनों से भेंट की और उनकी बातचीत ने साफ तौर से तिब्बत स्वतंत्रता की कुचेष्टा कर मातृभूमि का विभाजन करने वाले दलाई गुट की बदनीयत का पर्दाफाश किया है।
चीनी तिब्बत शास्त्र अनुसंधान केन्द्र के अनेक विशेषज्ञों ने कहा कि लोकमतों का प्रयोग कर तिब्बत स्वतंत्रता दलीलों को फैलाना, सशस्त्र बल का गठन कर सीमा में गड़बड़ी मचाना, निर्वासित सरकार की स्थापना कर अफवाहें फैलाना, जातीय संबंध में फूट डालना व लगातार दंगा फसाद खड़ा करना दलाई गुट का हमेशा का हथकंडा रहा है, जो कभी बन्द नहीं हुआ है।
उधर चीन के तिब्बत शास्त्र अनुसंधान केन्द्र के विशेषज्ञ ल्यू हुंग ची ने कहा कि विभाजन का अपना लक्ष्य साकार नहीं हो पाने के कारण दलाई गुट ने शान्ति व अहिंसा का मिथ्या नकाब उतार दिया और वह पर्दे के पीछे से मंच के आगे आया और उस ने कुछ कट्टर तिब्बती स्वतंत्रता संगठनों की हिंसक कार्रवाईयों को सुयोजित रूप संगठित कर सीमापार से तिब्बत में ले आने के लिए खुले तौर पर समर्थन दिया । वर्तमान हिंसक कार्रवाई दलाई गुट द्वारा अन्तरराष्ट्रीय चीन विरोधी शक्तियों के उकसावे व समर्थन में की गयी एक गंभीर मातृभिमि को विभाजित करने वाली हिंसक घटना की जीता जागता मिसाल है।