14 मार्च को ल्हासा में हुई तोड़-फोड़,मारपीट, लूटमार व आगजनी हिंसक कार्यवाही में भाग लेने वाले दंगाईयों ने कहा कि यह कार्यवाही दलाई लामा गुट द्वारा सुयोजित रूप से गठित व आयोजित की गयी है और देश व विदेशी तिब्बती स्वाधीनतावादियों द्वारा रची गयी है।
लिनची रहने वाले चोमा ने इस हिंसक घटना में भाग लिया था । उन के अनुसार तिब्बती स्वाधीनतावादियों ने उन्हें पैसे दिये और उससे तोड़-फोड़, मारमीट व आगजनी कार्रवाईयों में भाग लेने के लिए उकसाया और कहा कि जितना तोड़ फोड़ व लूटमार करेगें उतना ही उसे पैसा दिये जाएगें ।
इस हिंसक घटना के प्रमुख अपराधी नावांग लांगजी ने ल्हासा में 5 दुकाने खोली हैं, इन में कार्यरत छह व्यक्ति सभी जेल में रह चुके हैं। वास्तव में वे बहुत पहले से ही विभाजित कार्यवाही में भाग लेते आए हैं। उस ने कबूल किया कि उस ने हिंसक कार्यवाही का आयोजन किया और पैसों से कुछ लोगों को हिंसक कार्रवाईयों में भाग लेने के लिए उकसाया था।(।रूपा)