चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री छिंग कांग ने 21 मार्च को पेइचिंग में मीडिया से कहा कि कुछ लोगों के दलाई लामा का प्रयोग कर अपनी गन्दी बेहुदा मकसद हासिल करने की कुचेष्टा विफल होकर ही रहेगी ।
हाल में अमरीकी निचले संसद की अध्यक्ष सुश्री पेलोसी ने भारत में दलाई लामा से भेंट कर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तिब्बत सवाल को लेकर चीन पर दबाव डालने की अपील की। इस पर चर्चा करते हुए श्री छिंग कांग ने कहा कि दलाई लामा गुट तिब्बती गुलाम व्यवस्था का प्रमुख प्रतिनिधि है और वह देश का विभाजन करने वाला एक राजनीतिक निर्वासित व्यक्ति है। दलाई लामा गुट के मातृभूमि को विभाजन करने की साजिश को प्रोत्साहित करना और इस का समर्थन करना अंतर्राष्ट्रीय संबंध के बुनियादी मापदंड का उल्लंघन करना है, जिस का हम दृढ़ विरोध करते हैं।
श्री छिंग कांग ने कहा कि तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने कानून के अनुसार ल्हासा में हुई हिंसक कार्यवाही का उचित निपटारा करने के बाद से लगभग सौ देशों ने चीन की प्रभुसत्ता व प्रदेशिक भूमि की अखणडता व तिब्बत की स्थिरता की रक्षा के लिये चीन की कार्यवाहियों का समर्थन व्यक्त किया और हिंसक कार्यवाही की निंदा भी की है। चन्द लोगों के दलाई लामा गुट का प्रयोग कर अपनी गन्दी बेहुदा मकसद हासिल करने की कुचेष्टा कभी भी सफल नहीं होगी।(रूपा)