चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री छिन कांग ने 18 तारीख को पेइचिंग में संवाददाताओं के प्रश्नोत्तर में कहा कि दलाई-लामा मात्र एक धार्मिक व्यक्ति नहीं है, बल्कि वह धर्म के बहाने लम्बे अरसे से अंतरराष्ट्रीय समुदाय में देश का अलगाव करने और जातीय एकता को तोड़ने वाला राजनीतिक निष्कासित आदमी है।
श्री छिन कांग ने कहा कि दलाई लामा इस बात को नहीं मानते कि इतिहास में तिब्बत चीन का एक भाग रहा था। दलाई लामा ने कहा कि तिब्बत चीन द्वारा अधिकृत देश है। वह तिब्बत की मौजूदा व्यवस्था को मान्यता नहीं देता है और इतिहास में कभी भी मौजूद न होने वाला बड़ा तिब्बत की स्थापना करने पर अडिग है। दलाई लामा गुट द्वारा प्रस्तुत तथाकथित तिब्बती निष्कासित सरकार ने , तिब्बत के निष्कासित तिब्बती चार्टर में बताया कि वह तिब्बत में एक संघीय लोकतंत्र स्वशासन गणराज्य की स्थापना करेगा।
श्री छिन कांग ने बताया कि पिछले बीसियों वर्षों में दलाई लामा की करनी व कथनी से यह जाहिर है कि उसने कभी भी अलगाव के रूख को नहीं त्यागा है और अलगाव की कार्यवाई बंद नहीं की है। ल्हासा में हुई गंभीर हिंसक आपराधिक घटनाएं दलाई लामा गुट द्वारा रची गयी थीं, जिस ने फिर एक बार दलाई लामा की अलगाववादी प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित किया है और दलाई लामा गुट की प्रसारित शांति व अहिंसा का झूठ भी प्रतिबिंबित हुआ है। (श्याओयांग)