2008-03-18 17:04:20

कुछ देशों की सरकारों व मीडिया ने 17 मार्च को तिब्बत के लाहसा में 14 मार्च को हुई गड़बड़ी को लेकर पेइचिंग ऑलंपियाड का राजनीतिकीकरण करने का विरोध व्यक्त किया।

कुछ देश तिब्बत सवाल के जरिये पेइचिंग ऑलंपियाड का राजनीतिकीकरण करने का विरोध करते हैं

रूसी विदेश मंत्रालय ने अपने वेबसाइट में जारी वक्तव्य में कहा कि तिब्बत चीन का अखण्ड भाग है। रूस की आशा है कि चीन गैरकानूनी कार्यवाही रोकने के लिये आवश्यक कदम उठा सकेगा। चीन में आयोजित 2008 पेइचिंग ऑलंपियाड की राजनीतिकीकरण किया जाने की कोशिश अस्वीकार्य होगा।

यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों के खेल मंत्रियों व राष्ट्रीय ऑलंपियाड कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि वे तिब्बत में हुई गड़बड़ी का भारी विरोध करते हैं।

पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान चीन की प्रभूसत्ता नष्ट करने वाले साजशि का दृढ़ विरोध करता है। वर्तमान तक दुनिया में ऐसा भी देश नहीं जो तिब्बत एक स्वतंत्र देश माना जाता है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समान विचार है। तिब्बत मामला चीन का गृह है।

अंतर्राष्ट्रीय ऑलंपियाड कार्यकारी कमेटी, सिंगापुर ऑलंपियाड कमेटी के उपाध्यक्ष श्री नग सेर मिएंग ने कहा कि ऑलंपियाड सामाजिक विकास के लिये सकारात्मक है और ऑलंपियाड का विरोध नहीं किया जाना चाहिये।

जापानी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि लासा में हुई कार्यवाही से चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चिन थाओ की जापान यात्रा पर प्रभाव नहीं डालेगी। दोनों देश वर्तमान में इस पर विचार विमर्श कर रहें हैं।

मलैशियाई मीडिया ने कहा कि लाहसा में हुई गड़बड़ी का उद्देश्य पेइचिंग ऑलंपियाड का राजनीतिकीकरण किया जाना है।(रूपा)